नई दिल्ली: कर्नाटक का मुख्यमंत्री कौन होगा इसकी घोषणा अभी तक नहीं हुई है। सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच कुर्सी को लेकर दिल्ली में लाबिंग जारी है। हालांकि रिपोर्ट्स के अनुसार सिद्धारमैया के 18 मई को कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। सोशल मीडिया पर भी कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री को लेकर बहस जारी है।
इस बीच कर्नाटक में कांग्रेस के प्रभारी रहे रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपनी पार्टी के नेताओं को सलाह दी है कि वो इस संबंध में सोशम मीडिया पर किसी भी तरह की कोई टिप्पणी न करें।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्विटर पर एक लंबी पोस्ट लिखकर कहा, "मीडिया के हमारे प्रिय मित्रों का एक वर्ग कर्नाटक में अगली कांग्रेस सरकार के गठन पर भाजपा की 'फेक न्यूज फैक्ट्री' का शिकार हो गया है। मुझे उम्मीद है कि उन्हीं लोगों ने पीएम मोदी से सवाल किया होगा जब उन्होंने उत्तर प्रदेश, असम, गोवा और कई अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री तय करने में 7 से 10 दिन का समय लिया था। तब किसी ने आलाकमान की संस्कृति पर एक शब्द भी नहीं कहा। लेकिन उन्हीं ताकतों और कुछ चुनिंदा समाचार आउटलेट्स को मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा अपनाई गई बातचीत, चर्चा, आम सहमति की प्रक्रिया पर आपत्ति है।"
सुरजेवाला ने आगे कहा, "मैंने सभी कांग्रेस नेताओं को सलाह दी है कि वे नेतृत्व के मुद्दे पर बयान नहीं दें। बिना स्वीकृति के कोई बयान दिया गया तो उसे अनुशासनहीनता माना जाएगा और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।"
बता दें कि कर्नाटक कांग्रेस में विधायक दल का नेता और मुख्यमंत्री पद के लिए रार जारी है। कर्नाटक का नेतृत्व कौन करेगा-सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार? सिद्धारमैया के कल कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की संभावना है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक डीके शिवकुमार ने किसी भी शर्त पर बातचीत करने का विरोध किया है। उन्होंने असहमति जताई। कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष ने भी उपमुख्यमंत्री बनने से इनकार कर दिया है।
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस आलाकमान ने सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री और डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने का निर्णय लिया है। इसकी अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। सूत्रों के मुताबिक, सिद्धारमैया कल दोपहर 3.30 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ भी ले सकते हैं।