Karnataka Assembly Elections 2023: केएस ईश्वरप्पा ने कहा, "नहीं चाहिए मुसलमानों का वोट"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 25, 2023 01:24 PM2023-04-25T13:24:37+5:302023-04-25T13:27:49+5:30
चुनावी राजनीति से सन्यास ले चुके भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि मौजूदा विधानसभा चुनाव में भाजपा को मुसलमानों के वोट की जरूरत नहीं है, मुसलमानों को कांग्रेस के साथ जाने दीजिए, उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
बेंगलुरु: कर्नाटक चुनाव से पहले चुनावी राजनीति से दूर होने की घोषणा करने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम केएस ईश्वरप्पा ने सूबे की चुनावी सियासत में ऐसा बयान दिया है, जिस पर राजनीतिक घमासान मचना तय है। बोम्मई सरकार के पूर्व मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने बीते सोमवार को कहा कि मौजूदा विधानसभा चुनाव में भाजपा को मुसलमानों के वोट की जरूरत नहीं है, लेकिन इसके साथ ही ईश्वरप्पा ने यह भी कहा कि जो राष्ट्रवादी मुस्लिम हैं, वो तो वैसे भी भाजपा को ही वोट देंगे।
ईश्वरप्पा ने शिमोगो में वीरशैव-लिंगायत बैठक में धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर बोलते हुए कहा, "पार्टी इस मामले में स्पष्ट है कि उसे एक भी मुस्लिम वोट नहीं चाहिए। हमें मुस्लिम वोटों की आवश्यकता नहीं है क्योंकि हमने स्वास्थ्य या शैक्षिक मुद्दों पर मुसलमानों की बहुत मदद की है और वैसे मुसलमान, जिन्हें सरकार से मदद मिली है वो तो हमें वोट देंगे ही।"
शिमोगा के दिग्गज भाजपा नेता ईश्वरप्पा ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की प्रशंसा करते हुए कहा, "पूर्व सीएम येदियुरप्पान सिर्फ लिंगायत समुदाय के बल्कि सभी हिंदुओं के आदर्श नेता हैं। वह सच्चे हिंदू हैं और शिमोगा से पार्टी के उम्मीदवार चन्नबसप्पा भी येदियुरप्पा की तरह ऐसे ही नेता हैं, जो यहां पर हिंदुओं के विकास के लिए बहुत कुछ कर सकते हैं।"
समाचार वेबसाइट द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार बैठक के दौरान ईश्वरप्पा ने आगे कहा, "कर्नाटक में मैं जहां भी जाता हूं, कई लोग मुझसे कहते हैं कि अगर चुनाव में भाजपा के अलावा कोई अन्य पार्टी जीतती है तो हिंदुओं के लिए कोई सुरक्षा नहीं रह जाएगी और यह सत्य भी है।।"
ईश्वरप्पा ने विपक्षी दल कांग्रेस और जेडीएस पर न केवल कर्नाटक बल्कि इस चुनाव के जरिये पूरे देश को बांटने का आरोप लगाते हुए कहा, "हम किसी भी दल को ऐसा नहीं करने दे सकते कि वो हिंदुओं को नीचा और मुसलमानों को श्रेष्ठ बनाने की कोशिश करें। हमें मुलमानों का वोट नहीं चाहिए लेकिन जो भी राष्ट्रवादी मुसलमान हैं, वो निश्चित रूप से भाजपा को ही वोट देंगे।"
इसके साथ ही ईश्वरप्पा ने कहा, "मुसलमानों को कांग्रेस के साथ जाने दीजिए, उनके जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। कर्नाटक में कांग्रेस हिंदुओं को विभाजित करने में पूरी तरह से फेल हो गई है और वो अपने अनुभव के आधार पर कह रहे हैं कि चुनाव में कांग्रेस की करारी हार होगी।“