Karnataka Assembly Elections 2023: एकनाथ शिंदे भी कूदेंगे कर्नाटक के चुनावी रण में, भाजपा के लिए मांगेंगे वोट
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 7, 2023 02:11 PM2023-05-07T14:11:49+5:302023-05-07T14:14:02+5:30
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे भी 10 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के पक्ष में चुनावी प्रचार करेंगे।
मुंबई: कर्नाटक चुनाव में सत्तधारी भारतीय जनता पार्टी जीत के लिए सारे दांव आजमा रही है। कांग्रेस से मिल रही कड़ी टक्कर को देखते हुए भाजपा चुनावी प्रचार के अंतिम चरण में कई महारथियों को चुनावी मैदान में उतारने का प्लान बना रही है। जानकारी के अनुसार महारथियों के इस क्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे भी 10 मई को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के पक्ष में चुनावी प्रचार करेंगे।
इस संबंध में पार्टी सूत्रों ने बताया कि वह सोमवार को कर्नाटक में रहेंगे और कापू और उडुपी शहर में भाजपा की ओर से आयोजित दो रोड शो में हिस्सा लेंगे। सीएम शिंदे उडुपी पहुंचने से पहले श्री मंजूनाथ स्वामी मंदिर जाएंगे। इसके बाद वह धर्मस्थल मंदिर के धर्माधिकारी वीरेंद्र हेगड़े से मिलेंगे और फिर भाजपा के पक्ष में लोगों से वोट की अपील करेंगे। भाजपा सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री उडुपी में श्रीकृष्ण मंदिर भी जाएंगे और सोमवार को चुनावी प्रचार के बाद महाराष्ट्र लौट जाएंगे।
भाजपा नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आने से बाम्बे कर्नाटक क्षेत्र की लगभग 50 सीटों पर भाजपा के पक्ष में माहौल और भी मजबूत होगा। बाम्बे कर्नाटक वह क्षेत्र है, जो महाराष्ट्र के साथ सीमा साझा करता है। इसमें मुख्यरूप से हावेरी,धरवाड़, बेलगाम,बीजीपुर, हुबली, बागलकोट और गदग जिले आते है।
मालूम हो कि बीते 5 मई यानी शुक्रवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और उद्धव बाल ठाकरे (यूबीटी) के मुखिया उद्धव ठाकरे ने बॉम्बे कर्नाटक क्षेत्र में रहने वाले मराठ जनता से अपील की है कि वो आने वाली 10 मई को बोट डालते समय 'जय भवानी' और 'जय शिवाजी' का उद्घोष करें। ठाकरे ने यह प्रतिक्रिया पीएम मोदी के उस आह्वान के बाद दी है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी मंच से मतादाओं को 'जय बजरंगबली' का नारा लगाने के लिए कहा था।
अब भाजपा को यह भय सता रहा है कि ठाकरे की अपील पर मराठा भाषी कर्नाटक की जनता कहीं भाजपा के विरोधी खेमे को न वोट कर दे। ठाकरे ने कहा , “अगर देश के प्रधानमंत्री चुनावी सभा में हिंदू धर्म का प्रचार कर रहे हैं, तो अब मतदान के नियम भी बदलने चाहिए। मैं कर्नाटक के मराठी भाषी जनता से अपील करता हूं कि वो जब मतदान देने के लिए जाएं तो ‘जय भवानी’, 'जय शिवाजी' कहें और वो महाराष्ट्र एकीकरण समिति (एमईएस) के उम्मीदवारों को ही वोट दें।”
उन्होंने चुनाव में बजरंगबली का मुद्दा उठाने के लिए भारतीय जनता पार्टी पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि पार्टी कांग्रेस के साथ है और यही समय की जरूरत है कि हमारे बीच एकता होनी चाहिए ताकि हम इस समय देश में चल रही तानाशाही को उखाड़ फेंके।