Karnataka Assembly Elections 2023: डीके शिवकुमार ने कहा, "मैं गांधी परिवार और कांग्रेस के प्रति वफादार हूं, पार्टी छोड़ने के लिए मुझ पर बहुत दबाव डाला गया"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 26, 2023 06:03 PM2023-04-26T18:03:26+5:302023-04-26T18:07:43+5:30
कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार का मानना है कि ईडी द्वारा उन्हें इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि वो कांग्रेस से जुड़े हैं और गांधी परिवार के प्रति वफादारी रखते हैं।
बेंगलुरु: कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस पार्टी की अगुवाई कर रहे प्रदेश प्रमुख डीके शिवकुमार ने स्पष्ट किया है कि वो कांग्रेस के साथ-साथ गांधी परिवार के प्रति वफादार हैं। शिवकुमार का यह बयान उनके द्वारा मुख्यमंत्री पद को लेकर पेश किये दावेदारी के संबंध में जोड़कर देखा जा रहा है लेकिन शिवकुमार ने यह बयान केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा किये जा रहे एक्शन के संदर्भ में कहा है।
डीके शिवकुमार का मानना है कि उन्हें ईडी इसलिए परेशान कर रही है कि क्योंकि वो कांग्रेस से जुड़े हैं और गांधी परिवार के प्रति वफादारी रखते हैं। शिवकुमार ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हाल ही में उनके खिलाफ की गई छापेमारी कहा, "मुझ पर कांग्रेस छोड़ने का बहुत दबाव डाला गया लेकिन मैं अपने स्टैंड और विचारों पर आज भी बेहद मजबूती से खड़ा हूं, मुझे परेशान किया जा रहा है कि क्योंकि मैं गांधी परिवार और कांग्रेस के प्रति वफादार हूं।"
कर्नाटक के दूसरे सबसे प्रभावशाली समुदाय वोक्कालिगा से ताल्लुक रखने वाले डीके शिवकुमार ने संघ और भाजपा की विचारधारा वाले लिंगायत समुदाय के दो प्रभावशाली नेताओं क्रमशः जगदीश शेट्टर और लक्ष्मण सावदी के कांग्रेस में शामिल होने पर कहा, "भले ही शेट्टर और सावदी भाजपा या उसके मूल संगठन संघ परिवार में रहे हों, लेकिन आज का सच यही है कि उन्होंने भाजपा की कार्यशैली से नाराज होकर पार्टी और संघ की विचारधारा छोड़ दी है। कांग्रेस ने उन्हें शामिल करके कर्नाटक का भला किया है क्योंकि दोनों के पास सियासी जीवन का अच्छा अनुभव है लेकिन भाजपा द्वारा उन्हें टिकट नहीं दिये जाने का सीधा मतलब है कि भाजपा में कुछ नहीं बहुत कुछ गड़बड़ चल रहा है।"
समाचार वेबसाइट द न्यूज मिनट से बात करते हुए डीके शिवकुमार ने भाजपा पर सीधा हमला बोला और कहा कि केंद्र और राज्य में 'डबल इंजन सरकार' के उनके वादे फेल हो गए हैं औऱ यही कारण है कि कर्नाटक में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता ले ली है।
भाजपा की आक्रामक राजनैतिक शैली और 2018 में कांग्रेस नीत कुमारस्वामी सरकार के गिरने की घटना का जिक्र करते हुए डीके शिवकुमार ने कहा की अब उसकी राजनीति कर्नाटक का बच्चा-बच्चा समझ गया है। भाजपा चुनाव हार रही है और इस बार कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ राज्य में आ रही है। इस कारण उनका तोड़फोड़ का खेल भी नहीं चलने वाला है। विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद इस बार कोई रिसॉर्ट राजनीति नहीं होने वाली है।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों के चयन में वफादार उम्मीदवारों को ही टिकट दिया है। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि चुनाव बाद भाजपा एक भी कांग्रेसी विधायक को अपने खेमे में नहीं ले जा पाएगी। " इसके साथ ही शिवकुमार ने आरोप लगाया कि 2019 में जो कांग्रेसी विधायक पार्टी से गद्दारी करके भाजपा में शामिल हुए थे और जिनके कारण राज्य की जेडीएस-कांग्रेस सरकार गिरी थी, आज वो भी कांग्रेस में वापस लौटना चाहते है। लेकिन इसके साथ यह भी सच्चाई है कि भाजपा वैसे नेताओं को घर वापसी के लिए धमकी दे रही है।
कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा कि अगर चुनाव बाद कांग्रेस पूर्ण बहुंत के साथ सत्ता में आती है तो 2015 की जाति जनगणना को सार्वजनिक किया जाएगा, जिसे सिद्धारमैया सरकार द्वारा कराया गया था। यह पूछे जाने पर कि सिद्धारमैया सरकार द्वारा सत्ता में रहने के दौरान जनगणना को सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया। जिसके जवाब में डीके शिवकुमार ने कहा कहा कि जब तक मुख्यमंत्री के तौर पर सिद्धारमैया थे, वह रिपोर्ट नहीं पेश हुई थी।
डीके शिवकुमार ने बातचीत के आखिर में कहा कि कांग्रेस बिना जेडीएस के समर्थन के अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा, “विधानसभा की कुल 224 सीटों में से कांग्रेस अपने दम पर कम से कम 140-150 सीटे हासिल करेगी और अपने बल पर कांग्रेस कर्नाटक में सत्ता वापसी करेगी।"