Karnataka Assembly Elections 2023: मुख्यमंत्री बोम्मई ने एग्जिट पोल सर्वे को बताया गलत, बोले- "भाजपा को मिल रहा है स्पष्ट बहुमत"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 10, 2023 10:06 PM2023-05-10T22:06:17+5:302023-05-10T22:10:11+5:30
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विधानसभा चुनाव में संपन्न हुए मतदान के बाद जारी हुए एक्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कर्नाटक में भाजपा बहुमत के साथ सत्ता में वापसी कर रही है।
बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने विधानसभा चुनाव में संपन्न हुए मतदान के बाद जारी हुए चुनावी एक्जिट पोल को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कर्नाटक में किसी तरह की सत्ता विरोधी लहर नहीं थी और भाजपा 13 मई को होने वाली मतगणना में बहुमत की संख्या ला रही है।
इसके साथ ही सीएम बोम्मई ने सत्ताधारी भाजपा के खिलाफ दिखाये जा रहे सर्वे को पूरी तरह से गलत बताते हुए दावा किया कि कांग्रेस पार्टी की इस चुनाव में पराजय तय है। उन्होंने कहा, “एग्जिट पोल कांग्रेस के साथ जबरदस्त मुकाबले की बात कह रहे हैं लेकिन मैं ऐसा नहीं मानता हूं। लेकिन जमीन से हमें जो जानकारी मिली है, उससे साफ है कि हमें स्पष्ट बहुमत मिलने वाला है। ऐसे सर्वे से कुछ नहीं होता है, वास्तविक चुनाव परिणाम तो 13 मई को घोषित किए जाएंगे। मुझे लगता है कि सभी को तब तक इंतजार करना चाहिए।”
इसके साथ ही सीएम बोम्मई ने कहा कि कर्नाटक में जब-जब मतदान प्रतिशत अच्छा रहता है, स्थितियां हमेशा भाजपा के लिए अनुकूल होता है न कि कांग्रेस के पक्ष में। इस कारण भाजपा की जीत तय है। सीएम बोम्मई की दावे की तस्दीक करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने भी कहा कि भाजपा राज्य के चुनाव में पूर्ण बहुमत के साथ फिर से सत्ता पर काबिज हो रही है। येदियुरप्पा ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि परिणाम घोषित होने के बाद जो भी होगा, केंद्रीय नेतृत्व फैसला करेगा।
पार्टी के साथ संभावित चुनाव बाद गठबंधन की अटकलों पर उन्होंने कहा, "मैंने कभी नहीं कहा कि हम जनता दल (सेक्युलर) के साथ कोई समायोजन करने जा रहे हैं।" येदियुरप्पा ने आगे कहा कि जगदीश शेट्टर और लक्ष्मण सावदी जैसे नेताओं के इस्तीफे का बीजेपी की जीत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
मालूम हो कि कर्नाटक विधानसभा में कुल 224 सीटें हैं। जिसमें किसी भी पार्टी को बहुमत के लिए 112 सीटें जीतने की जरूरी है। साल 2018 के पिछले चुनाव में सत्ताधारी भाजपा ने 104 सीटें, कांग्रेस ने 78 सीटें और जेडीएस ने 37 सीटें जीती थीं। 2019 के उपचुनाव के बाद भाजपा ने कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों के बल पर संख्या बल में इजाफा करते हुए उसे 120 कर लिया था, जबकि कांग्रेस 69 और जेडीएस 32 पर सिमट गई थी।