कमलेश तिवारी हत्याकांड: CM योगी आदित्यनाथ से मिली पत्नी, हत्यारों की फांसी मांगी
By स्वाति सिंह | Published: October 20, 2019 01:23 PM2019-10-20T13:23:14+5:302019-10-20T13:23:14+5:30
हिंदू समाज पार्टी के नेता तिवारी (45) की शुक्रवार को लखनऊ में हत्या कर दी गई थी। तिवारी की पत्नी ने मुफ्ती काजमी और अनवारुल हक पर हत्या का नामजद मामला दर्ज कराया है।
हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की पत्नी और बेटे ने रविवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी ने अपने पति के हत्यारों के लिए मौत की सजा की मांग की है। किरण तिवारी ने कहा कि सीएम योगी ने हमें आश्वासन दिया कि हमे न्याय मिलेगा। हमने हत्यारों को मृत्युदंड देने की मांग की। उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि उन्हें सजा मिलेगी। इस दौरान कमलेश तिवारी की मां, पत्नी और उनके बेटे मौजूद थे।
महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने कमलेश तिवारी की हत्या के सिलसिले में शनिवार को मोमिनपुर इलाके से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। एटीएस के अधिकारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए सुरागों के आधार पर गिरफ्तारी की गई। गिरफ्तार किये गये व्यक्ति की पहचान सैयद आसिम अली (29) के रूप में हुई है। वह शहर में हार्डवेयर का कारोबार करता है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अली ने पूर्व में तिवारी के खिलाफ प्रदर्शन आयोजित किया था और यूट्यूब वीडियो में उन्हें 'चेतावनी' भी दी थी।
बता दें कि हिंदू समाज पार्टी के नेता तिवारी (45) की शुक्रवार को लखनऊ में हत्या कर दी गई थी। इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने सूरत जिले के तीन निवासियों समेत कुल पांच लोगों को पूछताछ के लिये हिरासत में लिया।
पुलिस सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि शुक्रवार को हुई इस हत्या के सिलसिले में बिजनौर निवासी आरोपियों मुफ्ती नईम काजमी और मौलाना अनवारुल हक के साथ—साथ गुजरात में सूरत निवासियों फैजान यूनुस, मोहसिन शेख और राशिद अहमद को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
तिवारी की पत्नी ने मुफ्ती काजमी और अनवारुल हक पर हत्या का नामजद मामला दर्ज कराया है। लेकिन तिवासी की मां कुसुमा तिवारी का आरोप है कि भाजपा के एक स्थानीय नेता ने गांव में मंदिर की जमीन के विवाद को लेकर उनके बेटे की हत्या करायी है।
इस बीच, पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस और गुजरात पुलिस हिरासत में लिये गये लोगों से पूछताछ कर रही है। हत्याकांड के आतंकवादी घटना होने का कोई साक्ष्य नहीं मिला है। मामले की जांच के लिये एसआईटी का गठन किया गया है।