मध्य प्रदेश के राज परिवार से आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ही पार्टी यानी कांग्रेस को सबसे बड़ा झटका दिया है। इस्तीफ़ा देने के बाद आज ही वह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले। बताया जा रहा है कि सिंधिया थोड़ी देर बाद बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। वहीं, बीजेपी नेता का दावा है कि आज शाम तक इस्तीफ़ा देने वाले विधायको का आकड़ा 30 तक हो जाएगा।
भोपाल में बीजेपी नेता भूपेंद्र सिंह ने कहा, 'मैं बेंगलुरु से 19 विधायकों का इस्तीफा लेकर आया हूं, शाम तक यह संख्या 30 तक पहुंच सकती है, कई नेता बीजेपी में शामिल होना चाहते हैं।'
बता दें कि सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके खेमे के 22 कांग्रेस विधायकों ने भी इस्तीफे दे दिए हैं। जबकि बिसाहू लाल सिंह ने विधायक पद से इस्तीफा देने बाद तुरंत ही बीजेपी में शामिल हो गए।
इसी बीच बीएसपी के विधायक संजीव कुशवाहा और समाजवादी विधायक राजेश शुक्ला मंगलवार को शिवराज सिंह चौहान से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। हालांकि, इस मुलाकात को शिवराज सिंह चौहान ने होली से जोड़कर बताया है। शिवराज सिंह ने कहा 'वो सिर्फ होली के अवसर पर मुलाकात करने आए थे।इसमें कोई रानजीति नहीं है।'
मध्य प्रदेश की समझें राजनीति गणित
इसके बाद प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस इन 10 विधायकों में से आठ विधायकों को वापस लाने में अब तक सफल हो चुकी है। हालांकि, लापता हुए 10 विधायकों में से अब केवल कांग्रेस के दो विधायक हरदीप सिंह डंग एवं रघुराज कंसाना ही बचे हैं, जो अब तक गायब हैं।
मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 सीटें हैं, जिनमें से वर्तमान में दो खाली हैं। इस प्रकार वर्तमान में प्रदेश में कुल 228 विधायक हैं, जिनमें से 114 कांग्रेस, 107 भाजपा, चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी एवं एक समाजवादी पार्टी का विधायक शामिल हैं। कमलनाथ के नेतृत्व वाली मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार को इन चारों निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ बसपा और सपा का समर्थन है।