चंडीगढ़: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता ने रविवार को अपने बेटे का नाम कुख्यात अपराधियों से जोड़े जाने पर हत्या के मामले में प्राथमिकी वापस लेने और देश छोड़ने की चेतावनी दी है।
गिरोह की प्रतिद्वंद्विता के कारण हत्या हुई है- नहीं मान रहे है सिद्धू मूसेवाला के पिता
मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने 25 नवंबर तक उनकी बात सुने जाने की समयसीमा तय करते हुए दावा किया कि उनके बेटे की एक सुनियोजित साजिश के तहत हत्या कर दी गई। भावुक हुए बलकौर सिंह ने कहा कि वह इस आरोप को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है कि उनके बेटे को गिरोह की प्रतिद्वंद्विता के चलते मार दिया गया था।
आपको बता दें कि पंजाब के मनसा जिले में 29 मई को सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सिंह ने कहा कि परिवार मामले की जांच में प्रशासन के साथ पूरी तरह सहयोग कर रहा है, लेकिन इसे शायद उनकी ‘‘कमजोरी’’ माना जा रहा है।
‘‘मैं देश छोड़ दूंगा’’- बोले गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता
मनसा जिले के मूसा गांव में एक जनसभा में सिंह ने कहा, ‘‘मैं मीडिया के माध्यम से सरकार को बताना चाहता हूं कि अगर आप मेरे बेटे को कुख्यात गिरोह का हिस्सा बनाते हैं, तो मैं आपका काम Moosewala'आसान कर दूंगा और 25 नवंबर को प्राथमिकी वापस ले लूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं देश छोड़ दूंगा, भले ही मुझे बांग्लादेश में बसना पड़े।’’
गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोप में गैंगस्टर दीपक टीनू की भी हुई गिरफ्तारी
इससे पहले दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के आरोपी गैंगस्टर दीपक टीनू को राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी। आपको बता दें कि टीनू एक अक्टूबर को पंजाब पुलिस की हिरासत से फरार हो गया था।
क्या कहा पुलिस के विशेष आयुक्त ने
पुलिस के विशेष आयुक्त (विशेष शाखा) एच जी एस धालीवाल ने बताया, “टीनू पंजाब के मनसा से फरार होने के बाद अपने ठिकाने बदलता रहा। दिल्ली पुलिस ने देश के विभिन्न स्थानों पर व्यापक अभियान चलाया और आखिरकार उसे पकड़ लिया।”
धालीवाल ने कहा, ‘‘टीनू के पास से पांच ग्रेनेड और दो स्वचालित पिस्तौल बरामद की गई हैं। उसे राष्ट्रीय राजधानी लाया जा रहा है और उसकी पुलिस हिरासत की मांग की जाएगी।’’
टीनू मनसा पुलिस की अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) इकाई की हिरासत से उस समय फरार हो गया था, जब उसे एक अन्य मामले में तरन तारन जिले में गोइंदवाल साहिब जेल से वारंट पर लाया गया था।