जस्टिस जोसेफ कुरियन ने मोदी सरकार और दीपक मिश्रा पर लगाए गंभीर आरोप, कहा-रोस्टर मास्टर हैं
By भारती द्विवेदी | Published: July 28, 2018 08:48 AM2018-07-28T08:48:57+5:302018-07-28T08:48:57+5:30
जस्टिस कुरियन ने मोदी सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया है। उनका कहना है कि मोदी सरकार को न्यायाधीशों की नियुक्ति में देरी कर रही है।
नई दिल्ली, 28 जुलाई: सुप्रीम कोर्ट के जजों के बीच चल रहा विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ एक बार फिर से आवाज उठने लगी हैं। जस्टिस जोसेफ कुरियन ने प्रवासी भारतीय केंद्र में पेंडेंसी निवारन को लेकर हो रहे एक नेशनल कांफ्रेंस में अपनी बात रखी है। उन्होंने दीपक मिश्रा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वो रोस्टर के मास्टर हैं। उन्हें दूसरों के बारे में सोचना चाहिए है। जस्टिस कुरियन ने मोदी सरकार को भी कटघरे में खड़ा किया है। उनका कहना है कि मोदी सरकार को न्यायाधीशों की नियुक्ति में देरी कर रही है।
दिल्ली के प्रवासी भारतीय केंद्र में आयोजित नेशनल कांफ्रेंस के मुख्य अतिथि चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा थे। वहीं देश के 24 हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट-हाई कोर्ट के शामिल हुए। बता दें कि इसी साल जनवरी में चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के खिलाफ सुप्री कोर्ट के चार जजों ने प्रेश कांफ्रेंस किया था। जस्टिस जोसेफ कुरियन उन चार जजों में शामिल हैं। चीफ जस्टिस के साथ चल रहे मतभेद को लेकर पहली बार ऐसा हुआ था कि जजों ने प्रेस कांफ्रेस किया था।
नेशनल कांफ्रेंस में जस्टिस मदन भीमराव लोकुर भी थे। जस्टिस लोकुर भी उन जजों में शामिल हैं जिन्होंने ऐतिहासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। जस्टिस लोकुर ने भी लंबित मामलों पर कहा कि हमें जमीनी स्तर पर इसको देखना होगा।न्यायपालिका में खाली जगहें भरने के लिए तय शेड्यूल होना चाहिए।
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