JNUSU Presidential Debate: 'अंधेरा छटेगा, लाल जलेगा, भगवा खिलेगा', एबीवीपी ने भरी हुंकार
By धीरज मिश्रा | Published: March 21, 2024 10:54 AM2024-03-21T10:54:12+5:302024-03-21T11:02:30+5:30
JNUSU Presidential Debate: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद के लिए प्रेसिडेंशियल डिबेट की शुरुवात भारत माता की जय और वंदे मातरम के जयघोष के साथ हुई।
JNUSU Presidential Debate: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में अध्यक्ष पद के लिए प्रेसिडेंशियल डिबेट की शुरुवात भारत माता की जय और वंदे मातरम के जयघोष के साथ हुई। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ की प्रेसिडेंशियल डिबेट की प्रतीक्षा छात्र पिछले चार वर्षों से कर रहे थे। माना जाता है कि जेएनयू में अध्यक्ष प्रत्याशी की जीत, डिबेट में उसके भाषण प्रदर्शन पर काफी निर्भर करती है और बहुत से छात्र डिबेट सुनने के बाद किसे वोट देना है, यह तय करते हैं। इसी लिए अध्यक्ष पद के सभी प्रत्याशी इस आयोजन के लिए पुरजोर मेहनत कर भाषण तैयार करते हैं।
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एबीवीपी के केंद्रीय पैनल से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार एवं अभाविप के केंद्रीय विश्वविद्यालय कार्य संयोजक उमेश चंद्र अजमीरा ने अपने भाषण में कहा कि बचपन में ही नक्सली हमले में पिता चल बसे। माता के साथ क्रूरता और जबरदस्ती करके मतांतरण करा दिया गया था। कुछ दिनों में मां की भी मृत्यु हो गई। उच्च शिक्षा के लिए हेतु जब जेएनयू आया तब एबीवीपी परिवार के संपर्क में आया। इस परिवार ने मुझे गले लगाया, सहारा दिया और सक्षम नेतृत्व देने का मौका देते हुए सशक्त बनने की प्रेरणा और अवसर देते हुए एबीवीपी जेएनयू इकाई का अध्यक्ष बनाया।
परिषद्, परिषद् !
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परिषद्, परिषद् !
शिक्षा, संगठन, उत्थान: अभाविप की प्रेरणा ।#ABVPJNU#ABVP4JNUSUpic.twitter.com/PpwzB4fCrn
इतना ही नहीं जब जेएनयू छात्रसंघ चुनाव होना तय हुआ तो मुझे अपने पैनल से अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाया। मैं विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं की उम्मीद पर खरा उतरने का हर संभव प्रयत्न कर रहा हूं। साथ ही एबीवीपी द्वारा पिछले पांच वर्ष में किए गए सकारात्मक कार्यों को जेएनयू के प्रत्येक विद्यार्थी तक पहुंचा जेएनयू में सकारात्मक नेतृत्व प्रदान करते हुए छात्र हितों में कार्य करने को संकल्पित हूं।जब पूरा विश्व कोविड महामारी से जूझ रहा था तब जेएनयूएसयू की अध्यक्षा आईसी घोष बंगाल में चुनाव लड़कर जमानत जब्त करवा रही थीं।
Vote for Women Dignity
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कोमल है कमजोर नही तू, शक्ति का नाम ही नारी।
तू नारी नही चिंगारी है, मौत भी तुझसे हारी है।
माँ, बहन, पत्नी, बेटी, नारी के रूप हजार।
नारी के बिन हर पुरूष अधूरा, समाज और संसार अधूरा।
नारी तू अबला नहीं ,खुद को तू पहचान, उठी खड़ी हो और लड़ तभी मिलेगा सम्मान।… pic.twitter.com/YVKhTfBHzH
इस विकट समय में विद्यार्थी परिषद लोगों को राशन एवं जरूरी समान बांटने का काम कर रही थी।आज विश्वविद्यालय के इन्फ्रास्ट्रक्चर और हॉस्टल रेनोवेशन के लिए 58 करोड़ का जो फंड आवंटित हुआ है उसके लिए भी विद्यार्थी परिषद ने लंबा संघर्ष किया है। इन वामियों की फरेब, मक्कारी और नाकामियों से जेएनयू के छात्र परेशान हो चुके हैं और इस बार विद्यार्थी परिषद पूर्ण बहुमत से चारों सीटों को जीत रही है।
हदय सागर सा विशाल,
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बुद्धि और मौलिकता कमाल,
रूढ़ियाँ और बेड़ियाँ जब टूट जाएँ,
विजय ही विकल्प है ।
Vote ABVP for Change! Vote for Development !#ABVP4JNUSU#ABVPJNUpic.twitter.com/C3AxUB96mw
जिस तरह पिछले 22 जनवरी को भगवान राम के भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के साथ संपूर्ण देश ने पांच सौ साल के संघर्ष के माध्यम से अन्याय पर विजय प्राप्त की वैसे ही आने वाले 22 मार्च को जेएनयू के छात्र एबीवीपी के पूरे पैनल को अपना मत डालकर वामपंथ पर विजय प्राप्त करेंगे।