JNU Violence: हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी, जानिए क्यों हुआ हंगामा

By भाषा | Published: January 6, 2020 04:59 PM2020-01-06T16:59:34+5:302020-01-06T16:59:34+5:30

वाम पंथी छात्र संगठनों से जुड़े छात्रों ने भाजपा, आरएसएस और एबीवीपी के खिलाफ उस समय नारेबाजी शुरू कर दी जब पंजाब विश्वविद्यालय परिसर में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानी चंद गुप्ता एक संगोष्ठी में लोगों को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी ‘नीति निर्धारण में महिलाओं की भागीदारी’ पर थी।

JNU Violence: Slogans against Haryana Legislative Speaker, know why there was a ruckus | JNU Violence: हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ नारेबाजी, जानिए क्यों हुआ हंगामा

‘हर किसी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है लेकिन सभ्य तरीके से।’

Highlightsसुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को सेमिनार हॉल से बाहर निकाला।विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानी चंद गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए प्रदर्शन को पूर्वनियोजित कृत्य करार दिया।

जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में नकाबपोश लोगों के हमले से नाराज कुछ छात्रों ने पंजाब विश्वविद्यालय में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानी चंद गुप्ता के संबोधन को बाधित किया और नारेबाजी की।

वाम पंथी छात्र संगठनों से जुड़े छात्रों ने भाजपा, आरएसएस और एबीवीपी के खिलाफ उस समय नारेबाजी शुरू कर दी जब पंजाब विश्वविद्यालय परिसर में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानी चंद गुप्ता एक संगोष्ठी में लोगों को संबोधित कर रहे थे। संगोष्ठी ‘नीति निर्धारण में महिलाओं की भागीदारी’ पर थी। सुरक्षा कर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को सेमिनार हॉल से बाहर निकाला।

विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानी चंद गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए प्रदर्शन को पूर्वनियोजित कृत्य करार दिया। बहरहाल, उन्होंने कहा कि ‘हर किसी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है लेकिन सभ्य तरीके से।’ उन्होंने कहा कि किसी भी तरह से संगोष्ठी रोकना सही नहीं।

गुप्ता ने कहा, ‘यह योजनाबद्ध तरीके से किया गया।’ विधानसभा अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में आरोप लगाया कि देश को तोड़ने की कोशिश करने वालों ने इस प्रदर्शन का आयोजन किया। संगोष्ठी में शिरकत करने वाली राष्ट्रीय महिला आयोग की प्रमुख रेखा शर्मा ने कहा, ‘यह उनकी मर्जी है। यह एक स्वतंत्र देश है। उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए।’

शर्मा ने कहा कि जहां तक जेएनयू में हिंसा की बात है तो केन्द्र गृह मंत्रालय ने उसका संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं घटना में घायल हुई लड़कियों से मुलाकात करूंगी।’ प्रदर्शनकारियों में से एक कनुप्रिया ने मीडिया से बात चीत में कहा कि वह जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष पर हुए हमले की कड़ी निंदा करती हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ विधानसभ अध्यक्ष संगोष्ठी के दौरान ‘बेटी पढ़ाओं’ (योजना) का प्रचार करना चाहते थे। क्या इस तरीके से वे बेटियों को पढ़ाएंगे।’’ इस बीच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने भी पंजाब विश्वविद्यालय परिसर में वामपंथी छात्रसंघों के खिलाफ प्रदर्शन किया। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी मात्रा में पुलिस बल को यहां तैनात किया गया है।

गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार रात लाठियों और लोहे की छड़ों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने परिसर में प्रवेश कर छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। बाद में प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा। इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हुए हैं। 

Web Title: JNU Violence: Slogans against Haryana Legislative Speaker, know why there was a ruckus

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