JNU के कुलपति एम जगदीश कुमार बने यूजीसी के अध्यक्ष, बीते दो माह से खाली था पद
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 4, 2022 02:48 PM2022-02-04T14:48:42+5:302022-02-04T15:15:52+5:30
जेएनयू के वॉयस चांसलर एम जगदीश कुमार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति एम जगदीश कुमार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। शुक्रवार को शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने इस बात की जानकारी दी।
उन्होंने कहा, ‘‘जगदीश कुमार को यूजीसी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।’’ यूजीसी का यह पद बीते दो माह से खाली था। यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष डीपी सिंह का कार्यकाल दिसंबर के पहले हफ्ते में खत्म हो गया था। तभी से यूजीसी चेयरमैन का पद खाली है।
65 वर्ष की आयु हो जाने पर प्रोफेसर डीपी सिंह के यूजीसी अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा दे दिया था। सिंह ने 2018 में यूजीसी अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था। उच्च शिक्षा नियामक के उपाध्यक्ष का पद भी खाली है। मंत्रालय ने अभी तक जेएनयू में कुमार के उत्तराधिकारी की नियुक्ति नहीं की है।
JNU VC Prof. Jagadesh Kumar appointed as the UGC Chairman. pic.twitter.com/2wvcHK1XC4
— All India Radio News (@airnewsalerts) February 4, 2022
खोज और चयन समिति ने यूजीसी अध्यक्ष पद के लिए कुमार के अलावा पुणे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नितिन आर कर्मलकर, और अंतर-विश्वविद्यालय त्वरक केंद्र (आईयूएसी) के निदेशक प्रोफेसर अविनाश चंद्र पांडे का विचार किया था।
जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्याल में वॉयस चांसलर के पद पर रहते हुए कुमार का कार्यकाल विवादों से घिरा रहा। खासकर जेएनयू परिसर में छात्रों के एक वर्ग को लेकर अशांति में विवादों का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने जनवरी 2016 में जेएनयू के वीसी के रूप में पदभार संभाला था। जेएनयू के कुलपति के रूप में उनका पांच साल का कार्यकाल 26 जनवरी को समाप्त हो गया, लेकिन शिक्षा मंत्रालय ने उन्हें उत्तराधिकारी मिलने तक इस पद पर बने रहने की अनुमति दी।
कुमार ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), मद्रास से एमएस (ईई) और पीएचडी (ईई) की डिग्री प्राप्त की थी।
वे जुलाई 1994 और दिसंबर 1995 के बीच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर में इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिकल कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग विभाग में एक अतिथि संकाय और सहायक प्रोफेसर थे।