तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार के द्वारा आगे बढ़ाने की बात पर जीतन राम मांझी को ऐतराज
By एस पी सिन्हा | Published: November 2, 2022 04:17 PM2022-11-02T16:17:03+5:302022-11-02T16:17:03+5:30
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार तेजस्वी को आगे बढ़ाने की बात कर चुके हैं। ऐसा कहा जा रहा कि आने वाले दिनों में नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को बिहार की सत्ता सौंप कर पीएम पद की तलाश में दिल्ली जा सकते हैं।
पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा आगे बढ़ाने की बात कहे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने नाराजगी जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर सीधे तौर पर ऐतराज तो नहीं जताया, लेकिन इतना जरूर कहा कि तेजस्वी यादव को आगे बढ़ाने को लेकर को-ऑडिनेशन कमिटी की बैठक हो। उसके माध्यम से निर्णय लेकर आगे बढ़ाने की घोषणा हो तो अच्छा रहेगा।
उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार तेजस्वी को आगे बढ़ाने की बात कर चुके हैं। ऐसा कहा जा रहा कि आने वाले दिनों में नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को बिहार की सत्ता सौंप कर पीएम पद की तलाश में दिल्ली जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में इसके संकेत दिए हैं।
उन्होंने तेजस्वी की ओर इशारा करते हुए कहा था कि मैं अपने लिए नहीं बल्कि इनके लिए काम कर रहा हूं, इन्हें आगे बढ़ते हुए देखना चाहता हूं। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतीश कुमार के इस बयान पर ऐतराज जताया है।
मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार अकेले तेजस्वी के नेतृत्व की बात नहीं कर सकते। इसके लिए महागठबंधन में शामिल दूसरे घटक दलों की भी राय ली जानी चाहिए। इतना ही नहीं मांझी ने जल्द से जल्द कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग दोहराई। हालांकि, जीतनराम मांझी महागठबंधन या एनडीए जहां भी रहे, कॉ-ऑडिनेशन कमिटी की मांग करते रहे। लेकिन आज तक मांझी की मांग को स्वीकार नहीं किया गया।
अब एक बार फिर से जीतनराम मांझी महागठबंधन के सहयोगी हैं, तो फिर से को-ऑडिनेशन कमिटी की मांग उठाई है। वहीं, जीतन राम मांझी ने ट्विटर हैंडल के माध्यम से सफाई भी पेश की है कि वे एनडीए में शामिल नहीं हो रहे हैं बल्कि उनके खिलाफ भ्रम फैलाया जा रहा है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा नीतीश कुमार के साथ है। उनका जो निर्णय होगा हम उनके साथ रहेंगे, रही बात तेजस्वी यादव को आगे बढाने की तो इसे लेकर को-आर्डिनेशन की बैठक के माध्यम से घोषणा हो तो सही रहेगा।