जिंद उपचुनावः लोकसभा चुनाव के पहले एक बार फिर बीजेपी-कांग्रेस की टक्कर, दुष्यंत चौटाला लगाएंगे अड़ंगा
By जनार्दन पाण्डेय | Published: January 10, 2019 03:41 PM2019-01-10T15:41:37+5:302019-01-10T15:42:20+5:30
Jind bye-elections 2019 (जिंद उपचुनाव): जींद में 28 जनवरी को मतदान है और 31 जनवरी को नतीजे आएंगे। बीजेपी कांग्रेस और दुष्यंत चौटाला ने अपने सबसे खास उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं।
हरियाणा के जिंद सीट का विधानसभा उपचुनाव बेहद दिलचस्प हो गया है। एक तरफ कांग्रेस ने सीट पर हरियाणा में अपना तुरुप का इक्का फेंक दिया है, तो दूसरी इंडियन नेशनल लोकदल (इनलो) से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले दुष्यंत चौटाला अपने सगे छोटे भाई को मैदान में उतार दिया है।
जबकि इसी सीट राज्य में सत्ताधारी बीजेपी ने कृषण मिड्ढा को अपना उम्मीदवार बनाया है। मीणा ने दो महीने पहले ही पार्टी ज्वाइन की है। खास बात यह है कि कृषण के पिता हरिचंद मिड्ढा के निधन से ही यह सीट खाली हुई है।
ऐसे में यह सीट शक्ति प्रदर्शन का केंद्र बन गई। एक तरफ कांग्रेस हर हाल में इसे जीतकर यह साबित करना चाहती है कि हिन्दी पट्टी में महौल उसके पक्ष में है। जोश आजमाइश के लिए दूसरी तरफ दुष्यंत ने खम ठोंक रहे हैं ताकि लोकसभा चुनाव के पहले उनकी नई पार्टी "जननायक जनता पार्टी" को एक दिशा मिल जाए।
उधर बीजेपी इमोशनल कार्ड खेलते हुए किसी हाल में हरियाणा में अपनी धाक को साबित करना चाहेगी। ऐसे में पूर्व एमएलए के बेटे को टिकट दिया है।
जींद में 28 जनवरी को मतदान है और 31 जनवरी को नतीजे आएंगे। बृहस्पतिवार को नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन था।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक की ओर से जारी बयान के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुरजेवाला की उम्मीदवारी को मंजूरी प्रदान की। सुरजेवाला अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के प्रमुख हैं और वर्तमान में कैथल से विधायक भी हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले हो रहे जींद उपचुनाव को कांग्रेस नेतृत्व ने गंभीरता से लिया है, इसलिए अपने एक बड़े चेहरे को मैदान में उतारने का फैसला किया।
गौरतलब है कि जींद सीट से विधायक हरिचंद मिड्ढा के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है। मिड्ढा ने इनेलो के टिकट पर 2014 का चुनाव जीता था। लंबी बीमारी के चलते पिछले साल अगस्त में उनका निधन हो गया था।
इससे पहले दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जननायक जनता पार्टी (जजपा) को 200 युवाओं का टोल बताने वालों को भी जींद उपचुनाव में करारा जवाब मिलेगा।
दुष्यंत जुलाना की अग्रवाल धर्मशाला में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे। सांसद दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में इनेलो हल्का प्रधान प्रताप लाठर के जननायक जनता पार्टी में शामिल होने से इनेलो को भारी झटका लगा है।
लोगों को संबोधित करते हुए सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पार्टी ने 19 जनवरी को गांव शामलों कलां में हरी चुनरी चौपाल कार्यक्रम का आयोजन करने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा,‘‘प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। प्रदेश में बढ़ती अपराधिक घटनाओं से जनता सहमी हुई है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई। प्रदेश में कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता जिस दिन हत्या, डकैती, लूटपाट के साथ महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं नहीं होती हो।’’
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जननायक जनता पार्टी की सरकार आने पर महिलाओं को सुरक्षा मुहैया करवाने के साथ साथ प्रदेश में अपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कानून बनाएं जाएंगें।