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Jharkhand Land Scam Case: पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को राहत, जमीन घोटाले में हाई कोर्ट ने दी जमानत

By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 28, 2024 12:35 IST

Jharkhand Land Scam Case: झारखंड उच्च न्यायालय ने कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जमानत दी।

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ठळक मुद्देJharkhand Land Scam Case: भूमि दस्तावेजों में फेरबदल किया गया।Jharkhand Land Scam Case: मूल भूस्वामियों को जबरन बेदखल कर दिया।Jharkhand Land Scam Case:धन शोधन मामले की जांच हो रही है।

Jharkhand Land Scam Case: जमीन घोटाला मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को झारखंड हाई कोर्ट ने जमानत दे दी है। झारखंड हाई कोर्ट ने 8.36 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शुक्रवार को पूर्व सीएम को राहत दी। झामुमो नेता को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। कथित भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले की जांच हो रही है। सोरेन पर रांची के बार्गेन क्षेत्र में भूखंड पर कब्जा करने का आरोप है। ईडी ने आरोप लगाया है कि भूमि दस्तावेजों में फेरबदल किया गया और सोरेन ने मूल भूस्वामियों को जबरन बेदखल कर दिया।

अदालत ने सोरेन की जमानत याचिका पर अपना फैसला 13 जून को सुरक्षित रख लिया था। सोरेन के वरिष्ठ वकील अरुणाभ चौधरी ने कहा, ‘‘सोरेन को जमानत दे दी गई है। अदालत ने कहा है कि प्रथम दृष्टया, वह दोषी नहीं हैं और जमानत पर रिहा किए जाने दौरान याचिकाकर्ता द्वारा कोई अपराध किए जाने की कोई आशंका नहीं है।’’

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय ने धनशोधन मामले की जांच के सिलसिले में 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। सोरेन (48) वर्तमान में बिरसा मुंडा जेल में हैं। सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के वकील एस वी राजू ने दलील दी कि अगर सोरेन को जमानत पर रिहा किया जाता है, तो वह इसी तरह का अपराध फिर करेंगे।

जबरन बेदखली की यह घटना 2009-10 में घटित हुई बतायी जाती है। सोरेन को 22 मई को उच्चतम न्यायालय से राहत नहीं मिली थी, जिसने धन शोधन मामले में गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका में “महत्वपूर्ण तथ्यों को दबाने” के लिए उनकी आलोचना की थी। सोरेन को इस मामले में 31 जनवरी को झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद गिरफ्तार किया गया था।

पार्टी के वफादार और राज्य के परिवहन मंत्री चंपई सोरेन को राज्य का नया मुख्यमंत्री बनाया गया था। सोरेन की गिरफ्तारी तब हुई, जब उन्होंने ईडी के 10 में से आठ समन जारी होने पर पेश नहीं हुए। एजेंसियों द्वारा उनसे तीन बार पूछताछ की गई थी। पहली बार नवंबर 2021 में ईडी द्वारा दायर एक कथित अवैध खनन मामले में।

दूसरा और तीसरा समन - क्रमशः 20 और 31 जनवरी को दिया गया था। इस जांच के तहत ईडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, भानु प्रताप प्रसाद और अन्य समेत 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।

टॅग्स :झारखंडहेमंत सोरेन
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