झारखंड: मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल ने खोले कई अहम राज, उठ सकता है सियासी बवंडर
By एस पी सिन्हा | Published: May 15, 2022 05:55 PM2022-05-15T17:55:39+5:302022-05-15T17:59:55+5:30
झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार की गईं आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल ने पूछताछ में कई ऐसे राजनेताओं के नामों का खुलासा किया हो उनके द्वारा वसूली जा रही रकम में हिस्सेदारी बंटाते थे। ईडी अब राज्य के उन राजनेताओं पर हाथ डालने की तैयारी कर रही है।
रांची:झारखंड में मनी लांड्रिंग के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार की गईं आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल ने पूछताछ में कई राज उगले हैं। आईएएस सिंघल ने वसूली और अवैध कमाई में से मोटी रकम कई नेताओं को भी दी है।
ऐसे में अब ईडी खनन अधिकारियों के जरिए उन नेताओं तक पहुंचने का प्रयास करेगी। इस तरह से ईडी पूजा सिंघल की भूमिका से शुरू हुई जांच की आंच बड़े-बड़े लोगों तक पहुंचने लगी है। कहा तो यह भी जा रहा है कि पूजा सिंघल के द्वारा किये जा रहे खुलासे से झारखंड में सियासी तूफान भी खड़ा हो सकता है।
सूत्रों की मानें तो ईडी सोमवार को तीन जिलों के जिला खनन पदाधिकारियों से भी पूछताछ करेगी। इसके लिए उन्हें ईडी की ओर से समन किया गया है। जिन्हें समन किया गया है, उनमें साहिबगंज के जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार, दुमका के जिला खनन पदाधिकारी कृष्णचंद्र किस्कू और पलामू के जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार शामिल हैं।
पहले फेज में इन तीनों जिलों के जिला खनन पदाधिकारी से पूछताछ होनी है। इसके बाद अन्य जिलों के खनन पदाधिकारियों से भी ईडी की टीम पूछताछ करेगी। इनसे माइनिंग लीज आवंटन व अवैध खनन के मामले में पूछताछ होनी है। इसके एवज में इन्हें कितने रुपये मिले और ये रुपये कहां-कहां तक पहुंचे?
सूत्रों के अनुसार पूजा सिंघल से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि बड़े-बड़े नेताओं व इलाके के प्रभावी लोगों के संरक्षण में कई जिलों से भारी मात्रा में वसूली होती थी। ईडी को यह जानकारी मिली है कि अवैध खनन के पैसे ऊपर तक पहुंचते थे। ऊपर में कहां तक पहुंचते थे, इसकी जानकारी ईडी को मिल गई है। ऐसे में अब खनन विभाग में हर माह हो रहे करोड़ों रुपये के वारे-न्यारे ईडी के निशाने पर है, जिसकी जड़ें खुदनी शुरू हो गई हैं।
शुरूआत खनन पदाधिकारियों से हुई है, जिन्हें ईडी ने पूछताछ के लिए रांची बुलाया है। ईडी ने झारखंड हाईकोर्ट को सौंपे दस्तावेज में बताया है कि वर्तमान केस में जांच के दौरान कई तथ्य सामने आ रहे हैं। अब ईडी की टीम उन लोगों तक पहुंचने में जुटी हैं जो पूजा सिंघल के अपराध से अर्जित पैसों से लाभान्वित हुए हैं। साथ ही जिनकी मिलीभगत या संलिप्तता इसमें रही है। ईडी को अब तक की जांच में ऐसे कुछ नामों का पता चला है जो पूजा सिंघल से लाभान्वित हुए हैं।
मालूम हो कि पूजा सिंघल झारखंड राज्य खनिज विकास निगम के प्रबंध निदेशक के पद पर भी रह चुकी हैं। इस अवधि में भारी मात्रा में अवैध रुपयों के लेन-देन की जानकारी ईडी को मिली है। पूछताछ और जांच के क्रम में कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। ईडी सूत्रों की मानें तो पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी में उनके हाथ ऐसे सनसनीखेज दस्तावेज लगे हैं, जो सार्वजनिक हुए तो झारखंड की सियासत में हड़कंप मच जाएगा।
ईडी ने बीते दिन झारखंड हाईकोर्ट को बताया है कि जांच एजेंसी इन अलार्मिंग डाक्यूमेंट्स को अदालत को दिखाना चाहती है। इसके बाद कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल के यहां ये दस्तावेज सीलबंद लिफाफे में जमा करा दिए गए हैं। 17 मई को विशेष अदालत बैठेगी, तब हड़कंप मचाने वाले इन दस्तावेजों की सच्चाई दुनिया के सामने आएगी।
सूत्रों की मानें तो पूजा सिंघल की राज्य की एक दिग्गज महिला से वाट्सएप चैट ने ईडी की अनुसंधान टीम को खान एवं उद्योग विभाग में घुसने का रास्ता दिखा दिया है। जिस दिग्गज महिला से पूजा सिंघल ने वाट्सएप चैट की है, उस महिला की भी खनन के क्षेत्र में जबर्दस्त बोल बाला है। वहां एक-एक पत्ता भी उसी दिग्गज महिला के इशारे पर डोलता है। सूत्रों के अनुसार इस महिला के इशारे पर सत्ता में बैठे लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं।
इधर झारखंड में मुख्य विपक्षी दल भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व उनके परिवार के सदस्यों पर अवैध उत्खनन का लगातार आरोप लगाया जाता रहा है। हाल के दिनों में साहिबगंज में गंगा में स्टोन चिप्स ले जा रही कार्गो जहाज के डूबने के बाद पूरा इलाका चर्चा में है। विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर अवैध उत्खनन का आरोप लगाया है।