जेएमएम के मुखिया हेमंत सोरेन ने झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के बहाने रांची के मोहराबादी मैदान में विपक्षी एकता और शक्ति का मुजाहिरा किया गया। इस मौके पर मंच पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आरजेडी के तेजस्वी यादव मौजूद हैं। उनके अलावा भाकपा के राष्ट्रीय सचिव अतुल अंजान, कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह, अब्दुलबारी सिद्दिकी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरे देश से प्रधानमंत्री, सभी मुख्यमंत्रियों, बड़े नेताओं एवं सम्माननीय लोगों को आमंत्रित किया गया था जिनमें से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, एवं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम माझी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री तारीक अनवर के साथ अब भाकपा के महासचिव डी राजा, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी तथा अनेक अन्य लोगों पहुंचे।
कई दिग्गज नहीं पहुंचे
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रांची नहीं पहुंचे। इतना ही नहीं शपथ ग्रहण को विपक्षी एकजुटता का बड़ा केन्द्र बनाने के प्रयास में जुटी कांग्रेस और झामुमो को उस समय बड़ा झटका लगा जब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती के भी रांची का कार्यक्रम नहीं बनाए जाने की जानकारी मिली।