कोरोना लॉकडाउन के बीच झारखंड सरकार ने उठाया बड़ा कदम, पहली बार 177 मजदूरों ने की फ्लाइट से घर वापसी
By प्रिया कुमारी | Published: May 28, 2020 10:52 AM2020-05-28T10:52:08+5:302020-05-28T10:55:21+5:30
झारखंड सरकार ने प्रवासी मजदूरों को फ्लाइट से घर भेजने को बीड़ा उठाया है। मुंबई में पहली प्लाइट रांची के लिए रवाना हुई।
कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण मजदूर किस-किस परिस्थिति में अपने घर लौट रहे हैं इससे हर कोई वाकिफ है। कोई भीषण गर्मी में बिना खाए पिए सफर कर रहा है कोई ट्रक पर लटक कर घर जा रहा है, तो कोई पैदल ही घर की ओर निकल चुका है लेकिन पहली बार मजदूरों की घर वापसी फ्लाइट से हो रही है। झारखंड सरकार ने मजदूरों के लिए फ्लाइट का इंतजाम किया है।
मुंबई में फंसे मजदूरों को लेकर एक फ्लाइट के लिए रवाना हो चुकी है। एक एनजीओ की मदद से 177 मजदूरों को एयरपोर्ट तक पहुंचाया गया। इन मजदूरों को रिसीव करने के लिए खुद झारखंड के श्रम मंत्री एयरपोर्ट पर मौजूद रहेंगे। मुंबई के अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रात के 3 बजे ही प्रवासी मजदूरों की लाइन लग गई थी। सुबह के 6 बजे वाली एयर एशिया फ्लाइट ने उड़ान भरी। बैंगलोर लॉ स्कूल एलुमनाई एसोसिएशन की प्रियंका रमन ने इस बात का ख्याल रखा कि कोई मजदूर छूट न जाए।
लॉ स्कूल के पूर्व छात्रों ने कुछ एनजीओ के साथ मिलकर न केवल मुंबई बल्कि वहां रहने वाले अलग-अलग हिस्सों में रह रहे प्रवासियों को इक्ट्टा किया और साथ सब के लिए हवाई टिकट की व्यवस्था की। प्रियंका रमण कहती हैं कि हम जानते हैं कि रांची के कई प्रवासी है, जो वापस घर जाना चाहते हैं। इसलिए हमने उनलोगों को घर भेजने का फैसला किया है। इतनी बड़ी संख्या में मजदूर जहाज यात्रा से लौट रहे हैं, चेहरे पर उनकी खुशी साफ दिख रही है। घर वापसी कर रही प्रवासी मंजू कहती है कि यहां पर काम की कोई गांरटी नहीं है, इसलिए हम घर जा रहे हैं। अब वापस नहीं लौटेंगे।
वहीं झारखंड सरकार का कहना है कि मजदूर अपने राज्य फ्लाइट से लौट रहे हैं ये बहुत ही खुशी की बात है। अंडमान में फंसे लोगों को लाने के लिए दो और फ्लाइट रांची लैंड करेगी। उनका कहना है हवाई यात्रा का किराया राज्य सरकार वहन करेगी।