रांचीः झारखंड में हेमंत सरकार के गिरने की अटकलों के बीच राज्य के मंत्री और कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता ने कहा कि जो लोग मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं उनके सपने चकनाचूर होंगे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को रांची में अपने आवास पर यूपीए गठबंधन के विधायकों की बैठक बुलाई थी।
बैठक में हिस्सा लेने के बाद कांग्रेस नेता बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकार बहुमत की है। अगर मुख्यमंत्री समय-समय पर बुलाकर दिशा निर्देश देते हैं तो अच्छी बात है। सब ठीक है और जो लोग मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं उनके सपने चकनाचूर होंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि हम अपनी नेता सोनिया गांधी के हर दिशा-निर्देश का पालन करेंगे।
झारखंड कांग्रेस विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने बैठक की जानकारी देते हुए कहा, "हमें (झारखंड कांग्रेस विधायकों को) झारखंड में हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और अटकलों को ध्यान में रखते हुए रांची में उपलब्ध रहने का निर्देश दिया गया है। हमें (यूपीए विधायकों को) सीएम आवास पर एक और बैठक के लिए कल सुबह 11 बजे बुलाया गया है।" उधर, झारखंड के मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला किया और भाजपा नेताओं पर चुनाव आयोग की रिपोर्ट का मसौदा तैयार करने का आरोप लगाया।
भाजपा नेताओं ने स्वयं चुनाव आयोग की रिपोर्ट का मसौदा तैयार किया है
झारखंड सीएम ने कहा- ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के एक सांसद और उनके कठपुतली पत्रकारों सहित भाजपा नेताओं ने स्वयं चुनाव आयोग की रिपोर्ट का मसौदा तैयार किया है, जो अन्यथा एक सीलबंद कवर रिपोर्ट है। सोरेन ने कहा कि संवैधानिक प्राधिकरणों और सार्वजनिक एजेंसियों का यह घोर दुरुपयोग है। और जिस शर्मनाक तरीके से दीनदयाल उपाध्याय मार्ग में भाजपा मुख्यालय द्वारा इसका पूर्ण अधिग्रहण किया गया ऐसा भारतीय लोकतंत्र में कभी नहीं देखा गया।
‘संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे?’’
खनन पट्टा मामले में घिरे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने परोक्ष रूप से केन्द्र पर निशाना साधते हुए गुरुवार को कहा कि ‘संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे?’’ झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकाल के दौरान खुद के नाम से रांची में खनन पट्टा आवंटित कराने के मामले में उनकी विधानसभा सदस्यता को लेकर निर्वाचन आयोग की राय झारखंड के राजभवन पहुंचने के बाद अपनी सरकार गिरने की आशंकाओं के बीच एक के बाद एक ट्वीट किए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्य में कल भी काम किया था और आज भी कर रहे हैं, “संवैधानिक संस्थानों को तो खरीद लोगे, जनसमर्थन कैसे खरीद पाओगे ?
दूसरे ट्वीट में मुख्यमंत्री ने बुधवार की अपने मंत्रिमंडल की बैठक में राज्य के पुलिसकर्मियों को एक माह का अतिरिक्त मूल वेतन देने के फैसले और उसके बाद पुलिसकर्मियों में व्याप्त खुशी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘झारखण्ड के हमारे हजारों मेहनती पुलिसकर्मियों का यह स्नेह और यहाँ की जनता का समर्थन ही मेरी ताकत है। हैं तैयार हम! जय झारखण्ड!’’
झारखंड की सरकार को अस्थिर करने की साजिश चल रही हैः विजय कुमार हंसदा
मुख्यमंत्री सोरेन ने अपने लोकसभा सांसद विजय कुमार हंसदा के एक ट्वीट को भी रीट्वीट किया जिसमें लिखा था- ‘‘झारखंड की सरकार को अस्थिर करने की साजिश चल रही है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में राज्य में जो काम हो रहे हैं, वो इन शक्तियों को बर्दाश्त नहीं हो रहा है। राज्य में हम जनता की सेवा करते रहेंगे। इनकी हर साजिश बेनकाब होगी। झामुमो झारखंड के विकास के लिए काम करती रहेगी।’’
राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता का आशीर्वाद उसके साथ हैः झामुमो
इससे पूर्व उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी दावा किया कि राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता का आशीर्वाद उसके साथ है साथ ही उसने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से कोई भी निर्णय आता है, वह कोई अंतिम निर्णय नहीं होगा क्योंकि पार्टी के अन्य विकल्प भी खुले हुए हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज यहां पार्टी कार्यालय पर एक संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही।
भाषा इनपुट के साथ