Jharkhand Assembly Elections 2019: झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों का इंतजार खत्म हो गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने शुक्रवार (1 नवंबर) को झारखंड चुनाव तारीखों का एलान किया। साथ चुनाव कराने को लेकर किए गए आयोग के संघर्ष से भी रूबरू कराया। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने जो हकीकत प्रेस कांफ्रेंस में बयां की, उससे लगता है कि चुनाव आयोग झारखंड में मतदान कराने के लि भारी मशक्कत के दौर से गुजरना पड़ा है।
प्रेस कांफ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव आयोग ने झारखंड का दौरा किया। उन्होंने कहा कि आयोग ने झारखंड में दो दिन दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और फिर तारीखें घोषित करने का फैसला लिया।
मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, झारखंड विधानसभा चुनाव पांच चरणों में संपन्न होंगे। पहला चरण का मतदान 30 नवंबर को होगा। दूसरे चरण का मतदान सात दिसंबर को होगा। वहीं, तीसरे चरण के लिए 12 दिसंबर को वोटिंग होगी। चौथे चरण का मतदान 16 दिसंबर को होगा। पांचवें और अंतिम चरण में 20 दिसंबर को वोट पड़ेंगे।
मतो की गिनती 23 दिसंबर को होगी। चुनाव आचार संहिता आज यानी शुक्रवार से लागू कर दी गई है। झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीटें है। सभी सीटों पर मतदान होगा। इनमें 67 विधानसभा क्षेत्र नक्सल प्रभावित बताए गए हैं।
19 जिले संवेदनशील और उनमें से 13 जिले अति संवेदनशील बताए गए हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदान कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा चुके हैं।
वर्तमान में सूबे में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पास 37 सीटें हैं। कांग्रेस के पास 6 सीटें हैं। जेएमएम के पास 19, एजेएसयू के पास 5 और निर्दलियों के हिस्से 14 सीटें हैं।
राज्य में बहुमत का आंकड़ा छूने और सरकार बनाने के लिए 41 सीटें अनिवार्य होंगी।
हर जिले में चुनाव खर्च पर नजर रखने के लिए आयकर अधिकारी को तैनात किया गया है।
चुनाव में उन मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलट से मतदान की सुविधा होगी जो शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं या वरिष्ठ नागरिक श्रेणी में आते हैं।
पोलिंग स्टेशन बढ़ाए गए हैं। आंकड़ों के हिसाब से 20 फीसदी पोलिंग स्टेशनों की बढ़ोतरी की गई है।
12 अक्टूबर 2019 को प्रकाशित फाइनल मतदाता सूची के मुताबिक, झारखंड में कुल 2.265 वोटर हैं।