बिहार में भाजपा के साथ सरकार चला रही और एनडीए में शामिल जदयू पार्टी झारखंड में भाजपा को उखाड़ फेंकने का दंभ भरने में जुटी हुई है.
इसी कड़ी में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने झारखंड में चुनावी बिगुल फूंकते हुए कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र दिया.
उन्होंने कहा कि अगर झारखंड में जदयू की सरकार बनती है तो बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी शराबबंदी को पूरी तरह से लागू किया जाएगा.
नीतीश कुमार ने कहा कि अगर जनता झारखंड में उन्हें मौका देती है तो झारखंड में भी शराबबंदी को पूर्णरूपेण लागू किया जाएगा.
उन्होंने झारखंड के विकास के लिए पांच मंत्र दिए. पहला सीएनटी व एसपीटी एक्ट में छेड़छाड़ न हो, दूसरा पूर्ण शराबबंदी लागू, तीसरा क्षेत्रीय विकास (प्रमंडलवार) की रणनीति बने, चौथा पिछड़ों व अति पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण मिले और अल्पसंख्यकों के विकास पर फोकस किया जाए.
ऐसे में नीतीश कुमार के संबोधन से जदयू कार्यकर्ताओं में जोश देखा गया. उन्होंने बिहार के विकास के फार्मूले को कार्यकर्ताओं के साथ साझा किया. कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में जदयू झारखंड में शराबबंदी के आधार पर जनता से वोट मांगेगी.
नीतीश कुमार ने रघुवर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार, झारखंड का पड़ोसी राज्य है और ऐसे में बिहार में शराबबंदी होने की वजह से कई लोग शराब का सेवन करने झारखंड आ जाते हैं, जो निश्चित रूप से नशा मुक्ति के अभियान को कमजोर करता है.
उन्होंने कहा कि शराब को बेचने के लिए रघुवर सरकार की तरफ से रियायत दी जा रही है. शराबबंदी के अलावा जमीन संबंधी कानूनों को और सख्त करने की वकालत उन्होंने की.