झारखंड: कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के हॉस्टल वार्डन पर आरोप, 'छात्रा को पिलाया नाली का पानी'

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 20, 2022 05:04 PM2022-08-20T17:04:40+5:302022-08-20T17:15:57+5:30

झारखंड के गढ़वा स्थितल धुरकी ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के महिला वार्डेन पर आरोप लगा है कि उन्होंने कक्षा 7 में पढ़ने वाली एक छात्रा को नाली का पानी पीने के लिए मजबूर किया।

Jharkhand: Allegation against hostel warden, 'drain water given to student' | झारखंड: कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के हॉस्टल वार्डन पर आरोप, 'छात्रा को पिलाया नाली का पानी'

फाइल फोटो

Highlightsझारखंड के गढ़वा में चल रहे बालिका आवासीय विद्यालय पर लगा गंभीर आरोप आरोप है कि कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्रा को नाली का पानी पिलाया गया गढ़वा जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है और साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की बात कर रहा है

गढ़वा:झारखंड सरकार द्वारा चलाये जा रहे एक बालिका आवासीय विद्यालय के महिला वार्डेन पर आरोप लगा है कि उसने एक छात्रा को नाली का पानी पीने के लिए मजबूर किया। जानकारी के मुताबिक यह अमानवीय घटना गढ़वा जिले के एक सरकारी आवासीय स्कूल की है।

मामले में 12 साल की छात्रा के माता-पिता का आरोप है कि हॉस्टल वार्डन ने उनकी बेटी को प्राताड़ित किया, उसके साथ मारपीट की और नाली का गंदा पानी पिलाया। समाचार वेबसाइट 'द टेलीग्राफ' के मुताबिक पीड़ित कंचन कुमारी गढ़वा के धुरकी ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में कक्षा सात की छात्रा है।

पीड़िता कंचन की मां कौशल्या देवी का आरोप है कि बालिका छात्रावास की वार्डन सुमन अग्रवाल ने उनकी बेटी के साथ अमानवीय व्यवहार किया है। जानकारी के मुताबिक बीते गुरुवार को माता-पिता की शिकायत पर धुरकी थाने में वार्डन सुमन अग्रवाल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।

मामले में कंचन की मां कौशल्या ने कहा, “बीते 16 अगस्त को मेरी बेटी की तबीयत ठीक नहीं थी और वह हॉस्टल में सो रही थी। वार्डन ने उसे लगभग 4 बजे जगाया और कहा कि वो बहाना बना रही है। उसके बाद सुमन अग्रवाल कंचन की पिटाई करने लगीं और कंचन को इतना मारा की वो लगभग बेहोश होने की अवस्था में पहुंच गई थी। इसके बाद भी सुमन अग्रवाल नहीं मानी और मेरी बेटी को नाली का गंदा पानी पीने के लिए मजबूर किया। हमें इस मामले की खबर तब लगी जब हॉस्टल के कुक ने हमें फोन करके सारी जानकारी दी।”

घटना की जानकारी मिलते ही फौरन कंचन के माता-पिता गढ़वा स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय पहुंचे और वहां से ले जाकर बेटी का नजदीक के अस्पताल में इलाज कराया। वहीं इस घटना से बीते शुक्रवार को गढ़वा में नागरिकों का आक्रोश चरम पर था और उन्होंने वार्डन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए धुरकी-नगर उत्तरी मार्ग को कई घंटे तक जाम करते हुए विरोध-प्रदर्शन किया।

घटना के संबंध में वार्डन सुमन अग्रवाल ने कहा, “छात्रा स्कूल में चुड़ैलों के बारे में बात करके और भूत बनकर अन्य छात्रों को डराती थी। कई लड़कियों ने मुझसे उसकी खिलाफ शिकायत की थी। जब इस मामले में मैंने उससे पूछताछ की तो उसने बेहोश होने का नाटक किया। मैंने केवल उसे धमकाने के लिए अन्य छात्राओं ने नाले का पानी लाने के लिए कहा था लेकिन उसे पीने के लिए मजबूर नहीं किया था।"

घटना की गंभीरता को समझते हुए गढ़वा जिले के उपायुक्त रमेश घोलप ने पूरे मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एक कमेटी गठित की थी, जिसने शनिवार को उपायुक्त से पास अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।

जांच के बाद गढ़वा के जिला शिक्षा अधिकारी मयंक भूषण ने कहा, "जांच में प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि वार्डन सुमन अग्रवाल ने वास्तव में छात्रा कंचन कुमारी को पीटा था। हम घटना की जांच कर रहे हैं और साक्ष्य के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"

Web Title: Jharkhand: Allegation against hostel warden, 'drain water given to student'

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