राजस्थान के बाद अब झारखंड में 9 कांग्रेस MLA नाराज, हेमंत सरकार की शिकायत लेकर पहुंचे दिल्ली
By पल्लवी कुमारी | Published: July 30, 2020 09:26 AM2020-07-30T09:26:24+5:302020-07-30T11:16:56+5:30
झारखंड कांग्रेस के नाराज विधायकों की मांग है कि हेमंत सोरेन सरकार में उनकी नहीं सुनी जाती है। क्षेत्र में मनपसंद अधिकारियों की तैनाती इन विधायकों का बड़ा एजेंडा है।
रांची: राजस्थान में सियासी संकट के बीच झारखंड में कांग्रेस विधायकों की नाराजगी बढ़ रही है। झारखंड सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही गठबंधन सरकार के काम से कांग्रेस के 9 विधायक नाराज बताए जा रहे हैं। ये सारे विधायक सीएम हेमंत सोरेन के काम से खुश नहीं हैं। इनमें से तीन विधायक दिल्ली हाईकमान कांग्रेस से शिकायत करने भी पहुंचे हैं।
नवभारत टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक 9 नाराज विधायकों में तीन विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और राजेश कच्छप दिल्ली शिकायत करने पहुंचे हैं। ये तीनों विधायकों राज्यसभा सांसद धीरज प्रसाद साहू की अगुवाई में दिल्ली गए हैं। पिछले दो दिनों से ये तीनों विधायक दिल्ली में ही हैं।
कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष से भी नाराज हैं विधायक
रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस विधायक सिर्फ सीएम हेमंत सोरेन से ही नाराज नहीं हैं बल्कि कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष आरपी सिंह से भी खफा हैं। विधायकों की मानें तो उनको लगता है कि प्रदेश प्रभारी आरपी सिंह उनकी बातों को हेमंत सोरेन सरकार और मंत्रियों पर दबाव बनाने नहीं दे रहे हैं।
दिल्ली जाने के बाद इस विधायकों ने ने कांग्रेस प्रभारी से मुलाकात करने की जगह पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल से मुलाकात कर अपनी बात रखी है। लेकिन ये नेता चाहते हैं कि ये सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकत कर अपनी बात रख सके।
झारखंड सरकार का मौजूदा गणित समझिए
झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम)+कांग्रेस+आरजेडी महागठबंधन की सरकार है। मौजूदा गणित को देखे तो जेएमएम के पास 30 विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के पास 16 और आरजेडी के पास एक है। बीजेपी के पास 25 विधायक हैं।
झारखंड विधानसभा में 81 सीटें हैं। बहुमत का आंकड़ा 42 है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार में फिलहाल कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन अगर कांग्रेस विधायकों की नराजगी बढ़ी तो राज्य में भी स्थिति खराब हो सकती है।
राजस्थान सियासी संकट में जानें क्या चल रहा है?
राजस्थान में विधानसभा सत्र को लेकर राजभवन व सरकार के बीच जारी गतिरोध बुधवार (29 जुलाई) रात समाप्त हो गया। सरकार के संशोधित प्रस्ताव पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने विधानसभा सत्र 14 अगस्त से बुलाने को मंजूरी दे दी। सचिन पायलट के बगावती तेवर देखते हुए कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें प्रदेशाध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया है। उनकी जगह गोविंद सिंह डोटासरा को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया है।