उपेंद्र कुशवाहा पर जदयू का हमला, बिहार जदयू के प्रमुख उमेश कुशवाहा ने कहा, "वो कभी किसी के वफादार नहीं हो सकते हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 1, 2023 07:11 PM2023-05-01T19:11:40+5:302023-05-01T19:14:27+5:30
बिहार जदयू प्रमुख उमेश कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह नीतीश कुमार के प्रति वफादार नहीं हो सकते तो भाजपा के प्रति कैसे वफादार हो सकते हैं।
पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और पार्टी छोड़कर निकले उपेंद्र कुशवाहा के बीच सियासी रार लगातार बढ़ी जा रही है। उपेंद्र कुशवाहा और जदयू के बीच चल रहे लगातार टकराव के क्रम में बिहार जदयू प्रमुख उमेश कुशवाहा ने सोमवार को उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह नीतीश कुमार के प्रति वफादार नहीं हो सकते तो भाजपा के प्रति कैसे वफादार हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, “हमारे नेता नीतीश कुमार ने उन्हें पार्टी में शीर्ष पद दिया। उनकी पहचान उपेंद्र कुमार सिंह के रूप में हुई और हमारे नेता नीतीश कुमार ने ही उन्हें उपेंद्र कुशवाहा बनाया। अब वह पार्टी और राज्य की विरासत को बचाने की बात कर रहे थे और वो भी उन नेताओं की गोद में बैठे हैं, जो देश तोड़ने का काम कर रहे हैं।"
इसके साथ ही उमेश कुशवाहा ने कहा, "सब देख रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा ने भी नीतीश जी द्वारा बिहार में लागू की गई शराबबंदी के पक्ष में बयान दिया है लेकिन बावजूद इसके उपेंद्र कुशवाहा अब भी बिहार सरकार पर हमले कर रहे हैं और उल्टा आरोप लगा रहे हैं कि जदयू उनकी आलोचना कर रही है।"
नीतीश कुमार की पार्टी की ओर से उपेंद्र कुशवाहा की यह घेराबंदी उस समय की जा रही है, जब उनकी पत्नी स्नेहलता कुशवाहा ने रविवार शाम को सामाजिक बुराइयों की ओर इशारा करते हुए दावा किया कि राज्य की महिलाओं को शराब जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ना होगा और बिहार में लागू होने पर सरकार की नीतियों का समर्थन करना होगा।
लेकिन पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के बयान के उलट उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को दिये बयान में कहा कि नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद के साथ गठबंधन करके लोकसभा चुनाव में जदयू की सफलता की संभावनाओं को खत्म कर दिया है।
राजगीर में संपन्न हुई अपनी पार्टी के सम्मेलन के आखिरी दिन उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था, “मुख्यमंत्री के रूप में लालू प्रसाद ने दावा किया था कि एक भैंस की सवारी हेलीकॉप्टर की सवारी के रूप में अच्छी होती है। अब नीतीश कुमार भी राजद के साथ भैंस की सवारी कर रहे हैं। जिनके कारण उनका भी राजनीतिक करियर डगमगा रहा है। अब बिहार को इन दोनों नेताओं और इनके दलों से कोई उम्मीद नहीं है।