यूपी-बिहार के लोगों के साथ अमानवीय बर्ताव पर जेडीयू ने कांग्रेस पर लगाए आरोप, पूछा- बिहारियों से इतनी नफरत क्यों?
By पल्लवी कुमारी | Published: October 8, 2018 07:57 PM2018-10-08T19:57:25+5:302018-10-08T19:57:25+5:30
गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर कथित तौर पर हमला करने के मामलों में अब-तक पुलिस ने 342 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नई दिल्ली, 08 अक्टूबर: गुजरात में गैर-गुजरातियों( यूपी-बिहार) पर हो रहे हमले को लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। गुजरात के साबरकांठा जिले में 14 माह की बच्ची से बलात्कार की घटना के बाद गैर-गुजरातियों पर कथित तौर पर हमला करने के मामलों में अब-तक पुलिस ने 342 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के बाद राज्य के कई हिस्सों में गैर- गुजरातियों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। इस मुद्दे पर जनता दल (यूनाइटेड) (जेडीयू) ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। जेडीयू के प्रवक्ता ने कहा- राहुल गांधी इस बात का जवाब दे
जेडीयू के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को एक पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने पूछा है कि आखिर आपको बिहारियों से इतनी नफरत क्यों है? राहुल गांधी गुजरात में उत्तर भारतीय लोगों को निशाना बनाने वाले अपने कार्यकर्ताओं को रोकिए।
उन्होंने पत्र में आगे लिखा, देश के किसी भी राज्य के व्यक्ति को देश के किसी भी कोने में रहने का संवैधानिक हक मिला हुआ है। इसमें किसी को सजा कैसे मिल सकती है। उसके नाम पर राजनीति चमकाने के लिए उसके लिए पूरे देश, समूह, जाति या राज्य को दोष देना कहां तक उचित है?
नीरज कुमार ने पत्र में आगे लिखा, ''आपने अपने गुजरात के विधायक अल्पेश ठाकुर को बिहार का सह प्रभारी नियुक्त किया और फिर उनकी (सेना) ‘गुजरात क्षत्रीय ठाकोर सेना’ द्वारा बिहार के लोगों को गुजरात से दरबदर करने में जुटा दिए।''
#नीरजकुमार ने #राहुलगांधी से #अल्पेशठाकुर के खिलाफ अविलंब अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की भी मांग की है…https://t.co/Lg4BMleUW1https://t.co/Lg4BMleUW1
— Neeraj kumar (@neerajkumarmlc) October 8, 2018
कांगेस का क्या है पक्ष
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने गुजरात के मामलो पर कहा कि अगर ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दिया जाएगा तो ये बढ़ता ही जाएगा। पटेल ने कहा, 'निर्दोष लोगों के साथ इस तरह का बर्ताव बिल्कुल नहीं होना चाहिए। भारत के लोग चाहे किसी भी राज्य के हो वह कहीं भी रहने के लिए स्वतंत्र हैं। अगर यहां ऐसा जारी रहता है तो दूसरे क्षेत्रों में भी ऐसा ही हो सकता है। मुंबई इसका उदाहरण है। अगर किसी ने कोई अपराध किया है तो कानून को अपना काम करने देना चाहिए।'
क्या था मामला
बता दें कि 28 सितम्बर को एक बच्ची के साथ कथित रूप से बलात्कार करने के लिए बिहार के एक निवासी को गिरफ्तार किये जाने के बाद गैर-गुजरातियों को निशाना बनाया गया और सोशल मीडिया पर घृणा संदेश फैलाये गये।
पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने पत्रकारों को बताय,‘‘मुख्य रूप से छह जिले (हिंसा से) प्रभावित हुए है। मेहसाणा और साबरकांठा सबसे अधिक प्रभावित हुए है। इन जिलों में, 42 मामलें दर्ज किये गये है और अब तक 342 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच के दौरान आरोपियों के नाम सामने आने के बाद और लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा।’’
उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में राज्य रिजर्व पुलिस (सीआरपी) की 17 कंपनियों को तैनात किया गया है।
उन्होंने कहा,‘‘गैर-गुजराती के निवास क्षेत्रों और उन कारखानों में जहां वे काम करते हैं, वहां सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने इन इलाकों में गश्त भी बढ़ा दी है।’’
सोशल मीडिया पर फैलाया गया झूठा आरोप
डीजीपी ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने के लिए दो मामलें दर्ज किये गये है। हमलों के बाद गैर-गुजरातियों के पलायन के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में झा ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनजर वे अपने मूल राज्यों के लिए रवाना हो सकते है।
उन्होंने कहा कि सबसे अधिक प्रभावित जिले गांधीनगर में पुलिस अधिकारियों को शिविरों का आयोजन करने और स्थानीय नेताओं के साथ संवाद करने के निर्देश दिये गये है। उन्होंने कहा कि जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बल और वाहन उपलब्ध कराये गये है।
इस बीच कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने घोषणा की कि इन हमलों के मद्देनजर उनके समर्थकों के खिलाफ दर्ज किये गये ‘‘झूठे मामलों’’ को यदि सरकार ने वापस नहीं लिया तो वह 11 अक्टूबर से ‘सद्भावना’ उपवास करेंगे।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट)