कर्नाटक की गठबन्धन सरकार के पार्टनर कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के बीच राज्य कैबिनेट के बँटवारे को लेकर समझौता हो गया है। समझौते के अनुसार राज्य के वित्त मंत्री का पद जेडीएस के पास रहेगा। कांग्रेस नेता केसी वेनुगोपाल ने इस समझौते की घोषणा करते हुए कहा, "हम (कांग्रेस-जेडीएस) कैबिनेट विस्तार और मंत्रिमंडल के बँटवारे को लेकर सहमत हो चुके हैं। वित्त मंत्रालय जेडीएस को मिलेगा। सब कुछ तय हो चुका है।" कांग्रेस के समर्थन से जनता दल (सेकुलर) की कर्नाटक में सरकार बनी थी। एचडी कुमारस्वामी राज्य के मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस नेता जी परमेश्वर उप-मुख्यमंत्री बने। जेडीएस और कांग्रेस ने 2019 का लोक सभा चुनाव भी मिलकर लड़ने का ऐलान किया है।
कर्नाटक विधान सभा की 224 सीटों में से 222 सीटों के लिए 12 मई को मतदान हुआ था। 15 मई को चुनाव के नतीजे आए। भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) चुनाव में सबसे बड़ा दल बनकर उभरी। बीजेपी को 104 सीटों पर जीत मिली। सत्ताधारी कांग्रेस के हाथ से गद्दी छिन गयी और उसे 78 सीटों पर जीत मिली। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबन्धन करके चुनाव लड़ने वाली जनता दल (सेकुलर) को 37 सीटों पर जीत मिली और बसपा को एक सीट मिली। दो सीटें अन्य को मिलीं।
कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने सबसे बड़े दल के नाते पहले बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया लेकिन बीएस येदियुरप्पा बहुमत परीक्षण के पहले ही इस्तीफा दे दिया। बीजेपी सरकार गिरने के बाद राज्यपाल ने कांग्रेस और जेडीएस गठबन्धन को सरकार बनाने का न्योता दिया। एचडी कुमारस्वामी ने 23 मई को राज्य के सीएम पद की शपथ ली। बाद में कुमारस्वामी ने ध्वनिमत से विधान सभा में अपना बहुमत भी शामिल कर दिया।
28 मई को हुए आरआर नगर विधान सभा सीट के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली। इस तरह कांग्रेस के विधायकों की संख्या 79 हो चुकी है। आरआर नगर पर 10 हजार जाली वोटर आईडी कार्ड मिलने की वजह से चुनाव टाल दिये गये राज्य की जयनगर सीट पर बीजेपी उम्मीदवार की मौत के कारण चुनाव टाल दिये गये थे। राज्य में कुल 224 विधान सभा सीटे हैं।
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें