370 हटने के एक साल पूरे होने पर श्रीनगर में 4 और 5 अगस्त को लगाया गया कर्फ्यू, धारा 144 लागू
By पल्लवी कुमारी | Published: August 3, 2020 10:40 PM2020-08-03T22:40:52+5:302020-08-03T22:40:52+5:30
पिछले साल 2019 में पांच अगस्त को ही जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटा कर उन्हें केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया था। आर्टिकल 370 हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्रशासति राज्य बनाए गए थे।
श्रीनगर: जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के एक साल पूरे होने पर तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह कर्फ्यू चार और पांच अगस्त को भी जारी रहेगा। लोगों के लोगों के मूवमेंट पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। खबर है कि प्रशासन को ये रिपोर्ट मिली थी कि कुछ अलगाववादी सगठन 370 हटाए जाने की बरसी पर प्रदर्शन कर सकते हैं और कानून-व्यवस्था खराब कर सकते हैं। चार और पांच अगस्त के कर्फ्यू का आदेश श्रीनगर के डीएम ने जारी किया है।
श्रीनगर में कर्फ्यू के दौरान कानून तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भी आदेश दिया गया है। श्रीनगर के हर पुलिस थाना इलाके में एक मैजिस्ट्रेट को तैनात करने का भी आदेश दिया गया है।
Srinagar Dist Magistrate announces restrictions on public movement/curfew under sec 144 CrPC in territorial jurisdiction of the dist. Restrictions come into force with immediate effect & remain in force on 4th & 5th August, 2020: Dist Magistrate Office, Srinagar. #JammuAndKashmirpic.twitter.com/7RHFM7Adt0
— ANI (@ANI) August 3, 2020
श्रीनगर डीएम द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि उन्हें ऐसी रिपोर्ट मिली है कि कुछ अलगाववादी और पाकिस्तान समर्थित संगठन पांच अगस्त को जिले में 'ब्लैक डे' मनाने वाले हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि ऐसे में पांच अगस्त को अलगाववादी संगठन हिंसक प्रदर्शन भी कर सकते हैं।
श्रीनगर के जिलाधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी ने एक आदेश में कहा कि कर्फ्यू तत्काल प्रभाव से लागू होगा और चार तथा पांच अगस्त तक प्रभावी रहेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि श्रीनगर के पुलिस अधीक्षक ने सूचना दी है कि पुख्ता जानकारी मिली है कि अलगाववादी और पाकिस्तान प्रायोजित समूह पांच अगस्त को ‘काला दिवस’ के रूप में मनाने, हिंसा और प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।
श्रीनगर के जिलाधिकारी शाहिद इकबाल चौधरी ने कहा कि कोई भी बड़ा जमावड़ा कोविड-19 उन्मूलन की दिशा में किए गए कार्यों के लिए भी घातक सिद्ध होगा।