जम्मू कश्मीरः शोपियां के शहीदों की नम आंखों से विदाई, डीजीपी-आईजीपी ने दिया कंधा
By सुरेश डुग्गर | Published: August 29, 2018 07:49 PM2018-08-29T19:49:32+5:302018-08-29T19:49:32+5:30
शोपियां में आतंकियों के हमले में चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए। अनंतनाग मुठभेड़ में दो आतंकी भी ढेर।
श्रीनगर, 29 अगस्तः कश्मीर वादी के शोपियां जिले के अरहामा गांव में बुधवार को पुलिस टीम पर आतंकियों के हमले में 4 पुलिसकर्मी शहीद हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकी सुरक्षा बलों के हथियार छीनकर मौके से फरार हो गए। फिलहाल शहीदों को नम आंखों से विदाई दी गई। डीजीपी एसपी वैद और आईजीपी एसपी पानी ने कंधा दिया।
ये चार जवान शहीदः-
1. इश्फाक अहमद मीर पुत्र अब्दुल अज़ीज मीर, निवासी- वाटरगाम डांगीवचा।
2. मोहम्मद इक़बाल मीर पुत्र अब्दुल रहीम मीर, निवासी- हरदू चनम रोहोमा।
3. जाविद अहमद भट पुत्र नाजिर अहमद भट, निवासी- पंजीनारा संबल।
4. आदिल मंजूर भट पुत्र मंजूर अहमद भट, निवासी- ज़वूरा शोपियां।
जम्मू कश्मीर पुलिस ने शोपियां के हमले की पुष्टि करते हुए बताया कि आतंकियों ने एस्कॉर्ट पार्टी पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। हमले में चार जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां सभी जवानों ने दम तोड़ दिया। एस्कॉर्ट पार्टी इस इलाके में पुलिस वाहन के रिपेयरिंग के लिए गई थी। एक रिपोर्ट के मुताबिक मरने वाले पुलिसकर्मियों की संख्या 5 है पर इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
Shopian:J&K DGP SP Vaid & IGP Kashmir SP Pani pay tribute to Constable Ishfaq Ahmad Mir, Constable Javaid Ahmad Bhat, Constable Mohammad Iqbal Mir, & SPO Adil Manzoor Bhat,who lost their lives after being attacked by terrorists in Shopian's Arahama, earlier today.#JammuAndKashmirpic.twitter.com/reD6dctNrk
— ANI (@ANI) August 29, 2018
यह हमला शोपियां के अरहामा इलाके में फ्रूट मंडी के पास हुआ है। बताया जाता है कि डीएसपी हैडक्वार्टर शोपियां के एस्कार्ट दस्ते में शामिल पुलिसकर्मी अपने वाहन की मरम्मत कराने के लिए अरहामा बाजार में एक मैकेनिक के पास आए थे। आतंकियों ने पुलिसकर्मियों को देखते ही उन पर अपने स्वचालित हथियारों से अंधांधुंध गोलियां चलाई।
पुलिसकर्मियों को बचाव करने या जवाबी फायर का मौका नहीं मिला और चारों पुलिसकर्मी गोलियों से जख्मी हो जमीन पर गिर पड़े। पुलिसकर्मियों को जमीन पर गिरते देख आतंकी भी वहां से भाग निकले। गोलियों की गूंज से पूरे इलाके में अफरा तफरी फैल गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए सुरक्षित स्थानों की तरफ भागने लगे। गोलियों की आवाज सुनकर निकटवर्ती इलाके में गश्त कर रहे पुलिस अर्धसैनिकबलों के जवान मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने वहां जमीन पर खून से लथपथ पड़े पुलिसकर्मियों को उठाया और निकटवर्ती अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में डाक्टरों ने तीन पुलिसकर्मियों को मृत लाया घोषित कर दिया जबकि एक अन्य पुलिसकर्मी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। शहीद दो पुलिसकर्मियों की पहचान जावेद अहमद और मोहम्मद इकबाल के रुप में हुई है। हमले में लिप्त आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी करते हुए सघन तलाशी अभियान चलाया गया है।
इससे पहले अनंतनाग जिले में आज सुबह सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गयी। सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। मारे गए आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान हिजबुल डिवीजनल कमांडर अल्ताफ कचरू के रूप में हुई है। अल्ताफ अहमद डार उर्फ कचरू कुलगाम में हिजबुल का डिस्ट्रिक्ट कमांडर था और कुलगाम का ही रहने वाला था। अल्ताफ मारा गया हिजबुल कमांडर बुरहान वानी का करीबी बताया जा रहा है। अल्ताफ का नाम मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में टॉप टेन में शामिल था। वह पिछल 15 सालों से हिजबुल के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा था। दूसरे आतंकी की पहचान उमर रशीद वानी के रूप में हुई है। पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद्य ने बताया कि मारे गए दोनों आतंकियों के शवों के साथ दो हथियार भी बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ खत्म हो गया है। ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। इस ऑपरेशन में पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवान जुटे थे। सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने अनंतनाग जिले में इंटरनेट सर्विस फिलहाल स्थगित कर दी है।
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए आतंकी से भारी मात्रा में हथियार और जिहादी सामग्री भी बरामद हुई। बरामद हुए दस्तावेजों से यह पता लग पाया है कि आतंकी पाकिस्तान का रहने वाला था और आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से संबंधित था। मारा गया आतंकी सुरक्षाबलों और स्थानीय नागरिकों पर हमलों के कई मामलों में शामिल था।