फिर से आतंकवाद की ओर जा रहे हथियार डालने वाले आतंकी, उड़ी में मारा गया घुसपैठिया पूर्व आतंकी ही था

By सुरेश एस डुग्गर | Published: February 10, 2021 04:00 PM2021-02-10T16:00:04+5:302021-02-10T16:01:29+5:30

सेना ने जम्मू कश्मीर के बारामुल्ला जिले में उड़ी सेक्टर में एलओसी के पास एक ‘घुसपैठिए’ को मार गिराया। पहचान सरफराज़ मीर (56) के तौर पर की जो उड़ी के कुंडीबारजला कमालकोटे का रहने वाला था।

jammu kashmir Terrorists terrorism again killed in Uri former terrorist indian army pakistan | फिर से आतंकवाद की ओर जा रहे हथियार डालने वाले आतंकी, उड़ी में मारा गया घुसपैठिया पूर्व आतंकी ही था

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में अधिकारियों द्वारा जारी पहचान पत्र और एक राइफल बरामद हुई है।

Highlights सेना के जवानों ने उड़ी के दुलानजा में एलओसी के पास एक ‘घुसपैठिए’ को ढेर कर दिया। मीर 1990 में एलओसी के पार चला गया था और फिर 1992 में वापस आ गया था।1995 में (सुरक्षा बलों के समक्ष) समर्पण कर दिया था और फिर 2005 में वापस पाकिस्तान चला गया था।

जम्मूः कश्मीर में सुरक्षाबलों के लिए परेशानी का कारण वे पूर्व आतंकी बनते जा रहे हैं, जो कुछ साल पहले हथियार तो डाल चुके हैं लेकिन वे पुनः आतंकवाद की ओर आकर्षित होकर सीमा पार जाने और आतंकी हमलों में शामिल होने लगे हैं।

आज एलओसी पर उड़ी में मारा गया घुसपैठिया एक पूर्व आतंकी ही था और इस मौत ने सुरक्षाबलों की चिंता बढ़ाई तो उन्होंने कश्मीर में पूर्व आतंकियों का विवरण फिर से एकत्र करना आरंभ कर दिया है। दरअसल सेना ने जम्मू कश्मीर के बारामुल्ला जिले में उड़ी सेक्टर में एलओसी के पास एक ‘घुसपैठिए’ को मार गिराया।

पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मंगलवार रात को सेना के जवानों ने उड़ी के दुलानजा में एलओसी के पास एक ‘घुसपैठिए’ को ढेर कर दिया। उन्होंने ‘घुसपैठिए’ की पहचान सरफराज़ मीर (56) के तौर पर की जो उड़ी के कुंडीबारजला कमालकोटे का रहने वाला था।

अधिकारी ने बताया कि मीर 1990 में एलओसी के पार चला गया था और फिर 1992 में वापस आ गया था। उसने 1995 में (सुरक्षा बलों के समक्ष) समर्पण कर दिया था और फिर 2005 में वापस पाकिस्तान चला गया था। उन्होंने बताया कि मीर के पास पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के मुजफ्फराबाद में अधिकारियों द्वारा जारी पहचान पत्र और एक राइफल बरामद हुई है।

मीर की मौत के बाद सुरक्षाबलों की उस चिंता की पुष्टि हो जाती थी जिसमें वे पिछले कुछ अरासे से यह कह रहे थे कि हथियार डालने वाले पूर्व आतंकी सिरदर्द बने लगे हैं। सुरक्षाधिकारियों के बकौल, ऐसे आतंकियों के प्रति खबरें मिल रही थीं कि वे पुनः आतंकी हमलों में शामिल होते जा रहे हैं और साथ ही हथियार लाने एलओसी के पार भी जा रहे हैं।

यही कारण था कि कश्मीर में हथियार डालने वाले आतंकियों की गिनती और उनका विवरण अपडेट करने की कवायद फिर से आरंभ हुई है। इसकी शुरुआत बडगाम जिले से हुई है। बडगाम के एसएसपी ने इसकी पुष्टि की है कि जिले में पूर्व आतंकियों के प्रति डाटा फिर से एकत्र किया जा रहा है।

Web Title: jammu kashmir Terrorists terrorism again killed in Uri former terrorist indian army pakistan

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