जम्मू-कश्मीर: नए साल के मौके पर माता वैष्णो देवी की दर्शन को आए श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच जाने से 12 लोगों की मौत हो गई है। इस भगदड़ में 20 लोगों के घायल होने की भी खबर सामने आई है। इस बीच घायलों को पास के ही नारायण अस्पताल ले जाया जा रहा है। वहीं आशंका अभी यह भी जताई जा रही है कि घायलों की संख्या में और भी बढ़ौत्तरी हो सकती है। बता दें कि यह भगदड़ मंदिर के गर्भगृह के बाहर गेट नंबर तीन के पास हुई। अधिकांश लोगों का इलाज माता वैष्णो देवी नारायण सुपरस्पेशेलिटी अस्पताल में भी चल रहा है। इस घटना के बाद प्रशासन द्वारा बचाव कार्य जारी है। नरायणा अस्पताल के डॉ. गोपाल दत्त ने इस पर जानकारी देते हुए कहा कि घायलों की कुल संख्या के बारे में अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है। वहीं मृतकों का पोस्टमार्टम भी कराया जा रहा है। पीएम मोदी ने इस हादसे पर दुख जताया और इसमें मरने वालों और घायलों को मुआवजा भी देने की बात कही है। इस हादसे पर जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने भी मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों को दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का एलान किया है।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन नंबर:01991-23480401991-234053
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ऐसे हुआ हादसा
हर साल नए साल के मौके पर श्रद्धालु माता वैष्णो देवी की दर्शन को आते है। इसी तरह इस साल भी वे आए थे। कोरोना काल में माता का दर्शन नहीं करने के कारण श्रद्धालुओं में काफी जोश और उत्साह था। बताया जा रहा है कि इसी कारण हो सकता है कि यह भगदड़ मची होगी। वहां मौजूद लोगों की अगर माने तो यह हादसा करीब रात 2 और 3 बजे के बीच में हुआ था। लोगों का कहना है कि देर रात 12 बजते ही श्रद्धालुओं ने मां के जयकारे लगाने शुरू कर दिए थे और इसके बाद पूरा माहौल भक्तिमय भी हो गया था। वहीं इस घटना के बाद कई श्रद्धालुओं ने घर वापसी भी करना शुरू कर दिया है।
पीएम मोदी ने किया मुआवजे का एलान
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। आपको बता दें कि इस साल कोरोना के नियमों का पालन करते हुए 56 लाख भक्तों ने दर्शन किया है वहीं यह संख्या पिछले साल केवल 17 लाख ही थी। आपको बता दें कि कोरोना काल के शुरू होने से पहले यानी 2017 में करीब 82 लाख भक्तों ने माता का दर्शन किया था।