जम्मू कश्मीर के मौजूदा हालात पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सवाल खड़े किए हैं। रविवार को एक ट्वीट में उन्होंने कहा, 'यात्रियों, टूरिस्टों, मजदूरों, छात्रों और क्रिकेटरों को बाहर निकाल दिया गया है। जानबूझकर पैनिक और डर का माहौल बनाया जा रहा है लेकिन कश्मीरियों को सुरक्षा और राहत देने की जहमत नहीं उठा रहे। कहां गई इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत?'
एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'मैं सचिवालय के बाहर हूं और अभी भी यहां तिरंगे का साथ राज्य का झंडा लहरा रहा है। अफवाहों पर ध्यान ना दें!'
दूसरी तरफ संसद में रविवार को जम्मू कश्मीर को लेकर हाई लेवल मीटिंग चल रही है। अमित शाह की अध्यक्षता वाली इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और गृह सचिव राजीव गाबा भी मौजूद हैं। पीएम मोदी भी सोमवार को सुबह 9.30 बजे कैबिनेट की बैठक करेंगे।
जम्मू-कश्मीर राज्य प्रशासन द्वारा तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को घाटी छोड़ने के निर्देश के बाद शनिवार को भारतीय वायुसेना के विमान 326 टूरिस्ट्स को लेकर श्रीनगर से रवाना हुए। एयरफोर्स के विमानों ने शनिवार को दिन भर में श्रीनगर से दो फेरे लगाए। वहीं, पुलिस ने श्रीनगर में सभी होटेलों में किसी भी नए अतिथि को नहीं ठहराने का निर्देश जारी किया है। रेलवे ने टिकट रद्द किए जाने पर कोई शुल्क नहीं लेने का फैसला किया है। इसके अलावा एयर इंडिया ने भी यात्रियों को बड़ी राहत दी है।
जम्मू कश्मीर में आपात स्थिति के बाद एयरलाइंस कंपनियों ने विमान किराए में बेतहाशा बढ़ोत्तरी कर दी है। इसे देखते हुए एयर इंडिया ने बड़ा फैसला किया है। एयर इंडिया के प्रवक्ता धनंजय कुमार ने एएनआई को बताया कि एयर इंडिया ने श्रीनगर से 15 अगस्त तक हमारी सभी उड़ानों के लिए किराया 9500 रुपये तय किया है। इसके अलावा 15 अगस्त तक टिकट रद्द किए जाने पर यात्रियों से कोई चार्ज नहीं वसूला जाएगा।
पूंछ में रैपिड एक्शन फोर्स तैनात
रविवार को भी जम्मू-कश्मीर में अनिश्चितता का दौर जारी है। गृहमंत्री अमित शाह ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। दूसरी तरफ पूंछ जिले में रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती कर दी गई है।
जल्द से जल्द कश्मीर छोड़ने की सलाह
राज्य प्रशासन ने तीर्थयात्रियों और पर्यटकों से अपनी यात्रा बीच में रोकने और जल्द से जल्द कश्मीर घाटी छोड़ने के लिए कहा है। अधिकारियों के मुताबाकि, शनिवार को भारतीया वायु सेना के विमान ने दिन में श्रीनगर से दो फेरे लगाकर 326 पर्यटकों को घाटी से बाहर पहुंचाया। जब निर्देश जारी किया गया था तब घाटी में 11 हजार 301 पर्यटक मौजूद थे। वहीं, अब शनिवार को उनमें से 1,652 रह गए हैं।