जम्मू कश्मीर: जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकवादी ढेर, IS का झंडा थामे युवकों का एक ग्रुप जामिया मस्जिद में किया हंगामा
By सुरेश डुग्गर | Published: December 30, 2018 12:58 AM2018-12-30T00:58:49+5:302018-12-30T00:58:49+5:30
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में शनिवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में चार आतंकी मारे गए. ढेर किए गए सभी आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे और सुरक्षा प्रतिष्ठानों तथा नागरिकों पर हमले सहित कई आतंकी वारदात के सिलसिले में उनकी तलाश थी. इस बीच, आईएस का झंडा थामे युवकों के एक समूह ने जबरन श्रीनगर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में घुसकर हंगामा किया.
मस्जिद की प्रबंधन समिति और अलगाववादियों ने इस घटना की निंदा की. अधिकारियों ने बताया कि घटना जुमे की नमाज के बाद उस वक्त हुई जब अधिकतर लोग मस्जिद से जा चुके थे. इन युवकों को बाद में मस्जिद में मौजूद लोगों ने भगा दिया. सेना के अधिकारी ने बताया कि पुलवामा के हंजन इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी और तलाशी अभियान चलाया. जब सुरक्षाबल तलाशी में लगे थे तो वहां छिपे आतंकियों ने उन पर गोलियां चला दीं. सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई. मुठभेड़ में 4 आतंकी मारे गए.
घटनास्थल से हथियार और अन्य युद्ध जैसी सामग्री बरामद की गई है. मारे गए आतंकियों की पहचान मुजम्मिल अहमद डार, वसीम अकरम वानी और मुजम्मिल नजीर भट (तीनों पुलवामा के) और चौथा आतंकी संभवत: पाकिस्तानी है. इलाके में अन्य आतंकवादियों की मौजूदगी की आशंका को देखते हुए सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन जारी है. इस साल जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने अब तक 270 से ज्यादा आतंकियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया है.
नकाब पहने हुए थे युवक
अधिकारी ने बताया, ''नकाब पहने कुछ युवक जबरन मस्जिद के अंदर घुस गये और उस मंच की ओर बढ़ने लगे जहां मीरवाइज ने उपदेश दिया था. इनमें से एक मंच पर चढ़कर नारे लगाने लगा. उन्होंने आईएस का झंडा लिया हुआ था. 'अंजुमान औकाफ जामा मस्जिद' की प्रबंध समिति ने इस घटना की निंदा की है. ज्वाइंट रेसिसटांस लीडरशिप (जेआरएल) के बैनर तले अलगाववादियों ने भी इस घटना की निंदा की है. जेआरएल में मीरवाइज सैयद अली गिलानी और मोहम्मद यासिन मलिक भी शामिल हैं.
पुलिस थाना भवन को निशाना बनाकर फेंका ग्रेनेड, हवा में फटा
जम्मू में एक मुख्य बस स्टैंड पर कम तीव्रता वाला विस्फोट किया गया. हालांकि, घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. जम्मू में पिछले सात महीने में बस स्टैंड पर हुआ यह दूसरा हमला है. पुलिस को संदेह है कि ग्रेनेड पास में स्थित पुलिस थाना इमारत को निशाना बनाने के लिए फेंका गया था. प्रारंभिक जांच के आधार पर उन्होंने कहा कि ग्रेनेड के वहां से गुजर रहे एक वाहन में से फेंके जाने की आशंका है, जिसका निशाना पुलिस थाना भवन था. पुलिस थाना बस स्टैंड के मुख्य प्रवेश द्वार के पास स्थित है. ग्रेनेड समय से पहले हवा में ही फट गया, जिससे ना कोई हताहत हुआ और ना ही किसी तरह की कोई क्षति हुई है. हमलावरों का पता लगाने के लिए अलर्ट घोषित कर दिया गया है.