जम्मू कश्मीर: राजौरी में साल 2018 में सेना को मिली बड़ी कामयाबी, 4 आतंकवादी मारे, कई अन्य गिरफ्तार
By भाषा | Published: January 13, 2019 08:35 PM2019-01-13T20:35:17+5:302019-01-13T20:35:17+5:30
राजौरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक युगल मन्हास ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में चार सक्रिय संदिग्ध आतंकी शामिल हैं, जो अपने चार साथियों के साथ कुलगाम में शनिवार को मुठभेड़ में मारे गए अल बद्र कमांडर से करीबी संपर्क में था।
जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती जिले राजौरी में पिछले साल हथियारों से लैस आतंकवादियों को मार गिराने और कई अन्य को गिरफ्तार करने के साथ सतर्क पुलिस बल और सुरक्षा एजेंसियां आतंकियों के प्रसार को रोकने में कामयाब रही। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
राजौरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक युगल मन्हास ने बताया कि गिरफ्तार लोगों में चार सक्रिय संदिग्ध आतंकी शामिल हैं, जो अपने चार साथियों के साथ कुलगाम में शनिवार को मुठभेड़ में मारे गए अल बद्र कमांडर से करीबी संपर्क में था।
मन्हास ने बताया कि थल सेना के साथ करीबी समन्वय करते हुए पुलिस आतंकवाद से जुड़ी कई घटनाओं को नाकाम करने में कामयाब रही। मादक पदार्थों और पशुओं की तस्करी सहित गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की गई।
उन्होंने बताया कि आतंकवाद रोधी मोर्चे पर सुरक्षा बलों ने पिछले साल चार आतंकवादियों को मार गिराया। वे पिछले साल 27 - 28 मार्च की दरम्यिानी रात नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि 38 राष्ट्रीय राइफल के जवानों ने जून 2018 में दो आतंकवादियों को पकड़ा था। वे दोनों एक पुलिसकर्मी का हथियार छीन कर घाटी से भाग गए थे।
मन्हास ने बताया कि इसके अलावा पुलिस और 48 राष्ट्रीय राइफल्स ने एक संयुक्त अभियान में पिछले साल चार सक्रिय आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने जन सुरक्षा अधिनियम के तहत 11 असमाजिक तत्वों को भी हिरासत में लिया था।
उन्होंने बताया कि मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ अभियान के तहत जिले में 32 प्राथमीकियां दर्ज की गई और 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने पशुओं की तस्करी में संलिप्त रहने को लेकर 237 लोगों को गिरफ्तार किया था।