जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा की यात्रा अचानक रोकने के बाद किश्तवाड़ से माछिल के बीच हर साल आयोजित होने वाली माछिल यात्रा को भी बंद करने का आदेश दे दिया गया है। इस यात्रा की शुरुआत 25 जुलाई से शुरू हुई थी और करीब 43 दिनों तक इसे चलना था। इस लिहाज से यह यात्रा नौ सितम्बर को समाप्त होनी थी। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार किश्तवाड़ के डिस्ट्रिक्ट कमिश्नर ने माछिल यात्रा के फिलहाल बंद किये जाने की सूचना दी। जम्मू-कश्मीर के गृह विभाग ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा को तय समय से पहले बंद करने का फैसला किया था।
माछिल यात्रा के दौरान देश भर के हजारों श्रद्धालु मनोरम पद्दार घाटी की सुंदरता निहारते हैं और 30 किलोमीटर कठिन मार्ग पर चलकर किश्तवाड़ के माछिल गांव में मां दुर्गा के मंदिर में पूजा-अर्चना करते हैं। किश्तवाड़ को एक दशक से पहले ही आतंकवाद से मुक्त घोषित किया गया था।
हालांकि, पिछले वर्ष एक नवम्बर को बीजेपी के राज्य सचिव अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की हत्या से यह क्षेत्र दहल गया था। इसके बाद नौ अप्रैल को आरएसएस नेता चंद्रकांत शर्मा और उनके सुरक्षा गार्ड को नौ अप्रैल को एक स्वास्थ्य केंद्र के अंदर गोली मार दी गई थी।