जम्मू कश्मीर के सोपोर में बादल फटा, चार शव बरामद, एक लापता, बचाव कार्य शुरू
By सुरेश एस डुग्गर | Published: September 12, 2021 05:40 PM2021-09-12T17:40:54+5:302021-09-12T17:41:53+5:30
जम्मू कश्मीर के सोपोर इलाके में दांगीवाचा के ऊंचाई वाले इलाके में शनिवार रात को बादल फटने की घटना हुई।
जम्मूः कश्मीर संभाग के सोपोर में शनिवार-रविवार की दरमियानी रात डांगीवाचा के ऊपरी हिस्से में बादल फटने के कारण चार लोगों की मौत हो गई। एक अभी लापता बताया जाता है।
सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया गया। मृतकों की शिनाख्त मोहम्मद तारिक खारी (8), शहनाज बेगम(30), नाजिया अख्तर (14) और आरिफ हुसैन खारी (5) के तौर पर की गई है। ये सभी जम्मू के राजौरी के कल्सियान नौशेरा के निवासी थे।
परिवार का एक अन्य सदस्य मोहम्मद बशीर खारी (80) अभी लापता है, उनकी तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार, रविवार सुबह बारामुल्ला जिला के रफियाबाद क्षेत्र में बादल फटने से पहाड़ी में डेरा डाले बक्करवाल समुदाय के पांच सदस्य इसकी चपेट में आ गए। बादल फटने की वजह से पांचों पानी के तेज बहाव में बह गए। इस घटनाक्रम की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस की टीम एसडीआरएफ के साथ घटनास्थल पर पहुंची।
कुछ ही समय के उपरांत एसडीआरएफ की टीम ने कुछ ही दूरी से एक शव को बरामद कर लिया। अन्य तीन के भी शव बरामद कर लिए हैं जबकि एक की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि बक्करवाल समुदाय के सदस्य हाजी बशीर बक्करवाल निवासी राजौरी से संबंधित हैं। फिलहाल तलाशी अभियान जारी है।
यहां यह बता दें कि गत 27 और 28 जुलाई की मध्यरात्रि को किश्तवाड़ के दूरदराज के गांव होंजर डच्चन में मूसलाधार बारिश की वजह से अचानक बाढ़ आ गई थी। इस बाढ़ से होंजर डच्चन गांव के 19 लोग जिसमें आठ महिलाएं भी शामिल थी, बह गए थे।
इस घटनाक्रम के तुरंत बाद किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर अशोक शर्मा के दिशा निर्देश पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने बचाव अभियान चलाया था। इसमें स्थानीय पुलिस और नागिरकों की भी मदद ली गई थी। बचाव दल को सात शव बरामद हुए थे जबकि 17 अन्य घायलों को बचाकर उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा गया था।