जम्मू-कश्मीर: ट्यूलिप गार्डन के खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे पर्यटक, बादामवारी खुलते ही उमड़ी सैलानियों की भीड़
By सुरेश एस डुग्गर | Published: March 10, 2023 11:26 AM2023-03-10T11:26:35+5:302023-03-10T11:28:06+5:30
इस साल विभिन्न किस्मों के 16 लाख से अधिक ट्यूलिप खिलेंगे और बगीचे को उत्सव का रूप देंगे। अधिकारियों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में भारी संख्या में पर्यटक आएंगे।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की नई पहचान के तौर पर स्थापित हुए ट्यूलिप गार्डन को अब 19 मार्च को टूरिस्टों के लिए खोल दिया जाएगा। वहीं, कल शाम यानी गुरुवार को बादामवारी को खोले जाते ही टूरिस्टों की भीड़ वसंत का आनंद लेने बादामवारी गार्डन में टूट पड़ी हैं।
फ्लोरीकल्चर डिपार्टमेंट के कमिश्नर सेक्रेटरी शेख फैयाज ने बताया कि श्रीनगर में एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन 19 मार्च को जनता के लिए खुलेगा। उन्होंने कहा कि गार्डन 19 मार्च को एक भव्य उद्घाटन समारोह के दौरान खुलेगा।
शेख फैयाज ने बताया कि इस साल एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में विभिन्न किस्मों के 16 लाख से अधिक ट्यूलिप खिलेंगे, जबकि पिछले साल 15 लाख ट्यूलिप खिले थे। उनके बकौल, सभी तैयारियां कर ली गई हैं और संबंधित विभाग अब उद्यान के भव्य उद्घाटन को अंतिम रूप दे रहा है।
उन्होंने कहा कि इस साल विभिन्न किस्मों के 16 लाख से अधिक ट्यूलिप खिलेंगे और बगीचे को उत्सव का रूप देंगे। उनका कहना था कि उन्हें उम्मीद है कि इस साल एशिया के सबसे बड़े ट्यूलिप गार्डन में भारी संख्या में पर्यटक आएंगे।
इससे पहले कल देर शाम को कश्मीर की ऐतिहासिक बादामवारी को आम जनता के लिए खोल दिया गया, जबकि अधिकारियों ने कहा कि बगीचे में अगले 7-8 दिनों में बादाम के फूल देखे जा सकते हैं। बगीचे के खुलते ही जनता और टूरिस्टों की भीड़ टूट पड़ी थी।
देश के विभिन्न हिस्सों से आए सैलानियों को आज यहां के प्रसिद्ध और ऐतिहासिक बादामवारी उद्यान में तस्वीरें खिंचवाते देखा गया। दिल्ली के एक पर्यटक राजीव पंडित ने कहा कि गार्डन तस्वीरें क्लिक करने के लिए एक शानदार जगह है और बाहर से आए लोगों को यहां आना चाहिए।
कश्मीर खूबसूरत जगहों से नवाजा गया है और बादामवारी उनमें से एक है। उसका कहना था कि आज इस बगीचे में यह एक अद्भुत अनुभव था। फ्लोरीकल्चर विभाग के निदेशक, फारूक अहमद राठेर ने पार्क का दौरा करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि अभी केवल 20 प्रतिशत बादाम के पेड़ खिले हुए हैं, जबकि बगीचे में अगले 7-8 दिनों में पूरी तरह खिल जाएगा।
उन्होंने कहा कि उद्यान में ज्यादातर श्रीनगर शहर के आसपास रहने वाले लोग और पर्यटक भी आते हैं। करीब 300 कनाल के क्षेत्र में फैले बगीचे में विभिन्न किस्मों के 1500 बादाम के पेड़ हैं।