जम्मू-कश्मीर में आज से हटाया गया टूरिस्टों के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध, जानिए क्या हैं मौजूदा हालात
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 10, 2019 11:23 AM2019-10-10T11:23:02+5:302019-10-10T12:03:55+5:30
इस मामले में जम्मू कश्मीर सरकार ने एक सुरक्षा एडवायजरी भी जारी की है। इसमें टूरिस्टों से निवेदन किया गया है कि कश्मीर घूमने आने के इच्छुक लोगों को सभी जरूरी मदद मुहैया कराई जाएगी। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी टूरिस्टों से राज्य में आने की अपील की है।
जम्मू कश्मीर आने के इच्छुक पर्यटकों के लिए खुशखबरी है। सरकार ने टूरिस्टों के प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है। 10 अक्टूबर से टूरिस्ट जम्मू कश्मीर में घूम सकेंगे। गौरतलब है कि पर्यटकों के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। यही नहीं जो पर्यटक उस वक्त जम्मू-कश्मीर में मौजूद थे, उन्हें भी तुरंत वहां से वापस जाने के निर्देश जारी कर दिए गए थे। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने समीक्षा बैठक के बाद प्रतिबंध हटाने का फैसला किया है।
इस मामले में जम्मू कश्मीर सरकार ने एक सुरक्षा एडवायजरी भी जारी की है। इसमें टूरिस्टों से निवेदन किया गया है कि कश्मीर घूमने आने के इच्छुक लोगों को सभी जरूरी मदद मुहैया कराई जाएगी। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी टूरिस्टों से राज्य में आने की अपील की है।
मौजूदा समय में कश्मीर के अधिकांश थानों से प्रतिबंध हटा लिए गए हैं। लेकिन इंटरनेट और मोबाइल पर प्रतिबंध अभी भी जारी है। ऐसे में टूरिस्टों के आने के सवाल पर तंज कसे जा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब मोबाइल और इंटरनेट काम ही नहीं कर रहे हैं तो टूरिस्ट को कश्मीर आने के लिए एडवाइजरी जारी करने का क्या मतलब है?
Govt of Jammu & Kashmir: Security advisory requesting tourists visiting J&K to curtail their stay in the Kashmir valley, is hereby withdrawn. Tourists desirous of undertaking visiting to the state shall be provided all necessary assistance & logistical support. pic.twitter.com/LOUcFT7x4u
— ANI (@ANI) October 10, 2019
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य के गृह विभाग को एक निर्देश जारी किया है। इसमें पिछले 5 अगस्त को जारी उस एडवाइजरी को वापस लेने के लिए कहा गया है, जिसमें पर्यटकों को कश्मीर घाटी छोड़ देने की सलाह दी गई थी। इसकी जगह पर अब सरकार ने सैलानियों को 10 अक्तूबर से कश्मीर की यात्रा पर आने का बुलावा दिया गया है।
गौरतलब है कि 5 अगस्त को जब आर्टिकल-370 हटाया गया था, तभी टूरिस्टों को कश्मीर से जाने की पहली एडवाइजरी जारी की गई थी और उसी दिन से वहां पर इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं भी ठप पड़ी हुई हैं, जो आज भी चालू नहीं हो पाए हैं। ऐसे में टूरिज्म कारोबार से जुड़े लोग सरकार के नए निर्देश का मजाक उड़ाने लगे हैं।