जम्मू-कश्मीर: बढ़ती सर्दी में खतरा बढ़ा, पहाड़ों से उतरते आतंकी और सीमा पार की साजिशें चिंता का कारण बनीं

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: December 22, 2025 16:33 IST2025-12-22T16:33:41+5:302025-12-22T16:33:41+5:30

अधिकारियों ने बताया कि पूरे प्रदेश में रात की गश्त भी बढ़ा दी गई है, और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रिस्पान्स टीमें हाई अलर्ट पर हैं। एक अन्य सीनियर अधिकारी ने बताया कि मौजूदा उपाय बचाव के लिए हैं। 

Jammu and Kashmir: The increasing cold weather has heightened the threat, with terrorists descending from the mountains and cross-border conspiracies becoming a cause for concern | जम्मू-कश्मीर: बढ़ती सर्दी में खतरा बढ़ा, पहाड़ों से उतरते आतंकी और सीमा पार की साजिशें चिंता का कारण बनीं

जम्मू-कश्मीर: बढ़ती सर्दी में खतरा बढ़ा, पहाड़ों से उतरते आतंकी और सीमा पार की साजिशें चिंता का कारण बनीं

जम्मू: सुरक्षाधिकारियों ने इसे माना है कि सर्दी के कारण पहाड़ों से उतरते आतंकी और सीमा पार की साजिशों के कारण प्रदेश में आतंकी खतरा सिर चढ़ कर मंडराने लगा है जिस कारण सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि पूरे प्रदेश में रात की गश्त भी बढ़ा दी गई है, और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रिस्पान्स टीमें हाई अलर्ट पर हैं। एक अन्य सीनियर अधिकारी ने बताया कि मौजूदा उपाय बचाव के लिए हैं। 

कुल मिलाकर सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि जरूरी जगहें अच्छी तरह से सुरक्षित हों और लापरवाही की कोई गुंजाइश न हो। उन्होंने बताया कि श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर, अधिकारियों ने संवेदनशील हिस्सों पर अतिरिक्त चेकपाइंट बनाए हैं, जहां वाहनों की पूरी तरह से जांच और यात्रा दस्तावेजों का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियां संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने और बिना किसी रुकावट के सुरक्षित ट्रैफिक प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रही हैं।

अधिकारियों ने बताया कि चल रहे सुरक्षा ऑडिट में कई एजेंसियों के बीच तालमेल शामिल है, जिसमें पुलिस, खुफिया इकाइयां और तकनीकी टीमें शामिल हैं, ताकि मैनपावर की तैनाती, निगरानी कवरेज, एक्सेस प्रोटोकाल और आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र का आकलन किया जा सके। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि जनता का सहयोग बहुत जरूरी है।

अधिकारियों ने कहा कि लोगों से अनुरोध है कि वे जांच के दौरान सुरक्षा कर्मियों के साथ सहयोग करें और सतर्क रहें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना दी जानी चाहिए। उनका कहना था कि जमीनी आकलन और इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर कड़ी निगरानी और आडिट प्रक्रिया जारी रहेगी, और इस बात पर जोर दिया कि मकसद शांति बनाए रखना, जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा करना और बदलते सुरक्षा चुनौतियों के बीच नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।

यही नहीं कश्मीर में, खासकर श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर कड़ी सुरक्षा के बीच, अधिकारियों ने श्रीनगर और कश्मीर के दूसरे हिस्सों में जरूरी जगहों की सुरक्षा और मजबूत कर दी है, और अभी एक बड़ा सिक्योरिटी आडिट चल रहा है। सुरक्षा विभाग के सीनियर अधिकारियों ने बताया कि सरकारी इमारतों, बिजली और पानी के इंस्टालेशन, कम्युनिकेशन हब, ट्रांसपोर्ट सुविधाओं और दूसरी संवेदनशील जगहों सहित जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के आसपास निगरानी काफी बढ़ा दी गई है क्योंकि ताजा खबरों के अनुसार, यह सब आतंकियों के निशाने पर है।

Web Title: Jammu and Kashmir: The increasing cold weather has heightened the threat, with terrorists descending from the mountains and cross-border conspiracies becoming a cause for concern

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे