जामिया हिंसा और दिल्ली दंगा मामले में हुई निष्पक्ष जांच, फॉरेंसिक सबूतों के आधार पर गिरफ्तारी: दिल्ली पुलिस
By भाषा | Published: April 20, 2020 01:45 PM2020-04-20T13:45:05+5:302020-04-20T13:45:05+5:30
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया हिंसा और उत्तर पूर्व दिल्ली दंगा मामले की निष्पक्ष जांच की गई है। इसी साल फरवरी में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में 53 लोगों की जान गई थी।
नयी दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया हिंसा और उत्तर पूर्व दिल्ली दंगा मामले की निष्पक्ष जांच की गई और फॉरेंसिक सबूतों के विश्लेषण के बाद गिरफ्तारियां हुईं। दिल्ली पुलिस ने कुछ वकीलों और कार्यकर्ताओं द्वारा जांच पर सवाल उठाने के बाद यह बयान दिया। दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, 'जामिया और उत्तर पूर्व (दिल्ली) दंगा मामलों की जांच दिल्ली पुलिस ने ईमानदारी से और निष्पक्ष रूप से की।'
उसने लिखा, 'सभी गिरफ्तारियां वैज्ञानिक और फोरेंसिक सबूतों के विश्लेषण के बाद की कई, जिसमें वीडियो फुटेज आदि शामिल हैं।'
गौरतलब है कि पिछले साल दिसम्बर में जामिया मिल्लिया इस्लामिया से कुछ मीटर दूर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद पुलिस कथित तौर पर परिसर में दाखिल हुई थी।
पुलिस ने कहा कि दिल्ली पुलिस कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने और उत्तर पूर्व दिल्ली दंगों के साजिशकर्ताओं, आरोपियों को कानून के दायरे में लाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने को प्रतिबद्ध है।
फरवरी में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में 53 लोगों की जान गई थी और 200 से अधिक लोग घायल गए थे। उसने कहा, 'यह (जांच) निहित तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों से प्रभावित नहीं होगी।'