गुजरात-महाराष्ट्र में दलित लड़कों की पिटाई के बाद धधकी राजनीति, राहुल ने बीजेपी-आरएसएस को कहा 'मनुवादी'
By खबरीलाल जनार्दन | Published: June 17, 2018 11:00 AM2018-06-17T11:00:08+5:302018-06-17T11:41:41+5:30
दलित लड़के का आरोप है कि उन्हें बेल्ट से पीटा गया और निवस्त्र किया गया।
गांधीनगर/मुंबई 17 जून: इस सप्ताह एक बार फिर दलितों की मामूली बातों पर पिटाई, उनको निर्वस्त्र कर घुमाने की खबरों के बाद इस पर राजनीति शुरू हो गई है। इन घटनाओं के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की 'मनुवादी' सोच को जिम्मेदार ठहराया है। तो दूसरी ओर उनके इस बयान के लिए बीजेपी राहुल पर धावा बोल दिया है।
मोजड़ी के जूते पहनने पर दलित लड़के की पिटाई
इससे पहले गुजरात पुलिस ने कहा कि मोजड़ी जूते पहनने को लेकर 13 वर्षीय दलित लड़के पर हमला करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना 13 जून को गुजरात के मेहसाणा जिले के बहुचराजी शहर में हुई। अगले दिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
अहमदाबाद जिले के विट्ठलपुर गांव निवासी लड़के ने अपनी शिकायत में कहा कि मोजड़ी जूते पहनने को लेकर चार लोगों ने बस स्टॉप पर उसकी जाति पूछने के बाद उस पर हमला किया। पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा ने आज बताया कि चेहरसंग ठाकोर और जयदीप झाला को कल रात मेहसाणा से गिरफ्तार किया गया था।
किसान के कुएं पर नहाने के लिए दलित को किया निर्वस्त्र
महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक किसान के कुएं पर नहाने को लेकर पिछड़ी जाति के दो किशोरों की कथित रूप से पिटाई की गयी और उन्हें पूरे गांव में निर्वस्त्र घुमाया गया। पुलिस ने आज बताया कि नाबालिग किशोरों की दो लोगों ने परेड करायी , जिनमें से एक कुएं का मालिक था।
गुजरात: कुर्सी पर बैठी दलित महिला को लात मार के नीचे गिराया, मामला दर्ज
पुलिस ने घटना के सिलसिले में ईश्वर जोशी और प्रह्लाद लोहार को गिरफ्तार किया है। किशोरों की कथित पिटाई और उनकी निर्वस्त्र परेड का वीडियो 10 जून को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला सामने आया है। स्थानीय पुलिस ने बताया कि दोनों किशोरों की उम्र 15-16 साल है। दोनों लड़के 10 जून को दोपहर तीन बजे जोशी के कुएं पर नहाने गए थे।
राहुल गांधी ने कहा बीजेपी और आरएसएस की मनुवादी सोच जिम्मेदार
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज आरएसएस एवं भाजपा पर देश में ‘घृणा की जहरीली राजनीति ’ का विस्तार करने का आरोप लगाया और कहा कि यदि इसका विरोध नहीं किया गया तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा।
उन्होंने पिछड़े समुदाय से आने वाले दो नाबालिग लड़कों का एक वीडियो अपने ट्वीट के साथ टैग किया है। इन लड़कों को महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक अन्य जाति से संबंधित व्यक्ति के कुंए में नहाने के कारण कथित तौर पर पीटा गया और निर्वस्त्र कर घुमाया गया।
राहुल ने ट्वीट में कहा , ‘‘महाराष्ट्र में इन दलित बच्चों का अपराध सिर्फ इतना था कि ये एक ‘सवर्ण ’ कुंए में नहा रहे थे। आज मानवता भी आखिरी तिनकों के सहारे अपनी अस्मिता बचाने का प्रयास कर रही है। ’’ उन्होंने कहा , ‘‘आरएसएस : भाजपा की मनुवाद की नफरत की जहरीली राजनीति के खिलाफ हमने अगर आवाज नहीं उठायी तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा। ’’
केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी दोनों किशोरों को कथित तौर पर निर्वस्त्र घुमाने की घटना का विरोध किया और कहा कि वह पीड़ितों को न्याय दिलाना सुनिश्चित करने के मकसद से उस गांव में कल जाएंगे जहां यह घटना हुई।
जलगांव की घटना पर राहुल के बयान की मुनगंटीवार ने निंदा की
महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने राज्य के जलगांव जिले में दो लड़कों से मारपीट किए जाने और उनको निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में राहुल गांधी द्वारा भाजपा और आरएसएस को जिम्मेदार बताए जाने पर आज उनकी आलोचना की।
ब्राह्मण पुजारी ने गाजे-बाजे के साथ दलित को कन्धे पर बैठाकर कराया मंदिर में दर्शन
उन्होंने कहा कि देश का प्रधानमंत्री बनने की आकांक्षा रखने वाले व्यक्ति को इस तरह का बयान शोभा नहीं देता। जलगांव के जामनर तालुका के वकाडी गांव में पिछड़े समुदाय के दो लड़कों को एक व्यक्ति के कुएं में तैरने पर कथित तौर पर पीटा गया और उन्हें निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया गया।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। घटना की निंदा करते हुए राहुल ने कल ट्वीट किया था कि नाबालिग लड़कों ने एक ही गलती की थी कि वे ‘‘सुनहरे कुएं ’’ में नहा रहे थे। उन्होंने कहा था कि भाजपा और आरएसएस की ‘‘ मनुवादी ’’ सोच इसके लिए जिम्मेदार है।
पिछड़ी जाति के दो लड़कों को निर्वस्त्र घुमाने की घटना, अठावले ने किया दौरा
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने महाराष्ट्र के जलगांव जिले में एक पिछड़े समुदाय के दो लड़कों को निर्वस्त्र घुमाने की घटना की निंदा की। उन्होंने उस गांव का दौरा किया। मंत्री अठावले ने इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
दलित हिंसाः नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ उपवास पर राहुल गांधी, बीजेपी ने लगाया ये आरोप
अठावले ने एक बयान में कहा , ‘‘ हम घटना की निंदा करते हैं। इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। ’’ उन्होंने कहा कि वह इस घटना के सिलसिले में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस और जलगांव पुलिस अधीक्षक दत्तात्रेय कारले से मिलेंगे। उन्होंने राजनीतिक दलों से कहा कि इस तरह के अत्याचार सामाजिक विषय हैं , ना कि कोई राजनीतिक मुद्दा। सभी पार्टियों को जाति आधारित अत्याचार को मिटाने के लिए एकजुट होना चाहिए।
(भाषा के इनपुट से)