जैश-ए-मोहम्मद पुलवामा से भी बड़े हमले की तैयारी में, लेकिन निशाने पर फिर से भारतीय सेना-सूत्र
By पल्लवी कुमारी | Published: February 21, 2019 11:09 AM2019-02-21T11:09:06+5:302019-02-21T11:22:43+5:30
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में अब तक 40 जवानों शहीद हुए हैं। इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है। कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा,अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है।
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती आतंकी हमले सीआरपीएफ के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। खबर है कि इस हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद भारत के अन्य इलाकों में भी हमले की प्लानिंग कर रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद का ये हमला पुलवामा में हुए आतंकी हमले से भी बड़ा होने जा रहा है। खुफिया एजेंसियों ने इसको लेकर अलर्ट जारी किया है।
इस हमले की प्लानिंग में भी भारतीय सेना को निशाना बनाने की तैयारी है। 20 फरवरी को टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान एक अधिकारी ने बताया, अलग-अलग जगहों से मिल रही जानकारी से ऐसा लग रहा है कि जैश जम्मू-कश्मीर या इससे बाहर कहीं बड़े हमले की तैयारी में जुटा है। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, बीते 16 और 17 फरवरी को जैश के सरगना और कश्मीर में उसके आतंकियों के बीच हुई बातचीत के जरिए खुफिया एजेंसियों ने इस हमले का अंदेशा है।
2018 में ही कश्मीर में 21 आतंकियों ने की थी घुसपैठ
भारतीय सेना के गुप्तचर सूचनाओं के आधार टाइम्स ऑफ इंडिया ने रिपोर्ट की थी कि पाकिस्तानी आतंवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के 21 आतंकी ने साल 2018 के दिसंबर महीने में ही कश्मीर में घुसपैठ की थी। इनका मकसद भारत में आतंक फैलाना है। इन्ही 21 आतंकियों में से आलिद अहमद डार भी शामिल था, जिसने पुलवामा के आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इन आतंकियों की मंशा यहां घाटी के साथ तीन अन्य जगहों पर बड़े हादसे को अंजाम देना है।
वीडियो का ले सकते हैं सहारा
जैश के आतंकियों ने पुलवामा हमले का एक वीडियो भी बनाया है, जिसमें पुलवामा हमले के आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार को एक हीरो के रूप में दिखाया गया है। खबर है कि इस वीडियो को जारी किया जाएगा और कश्मीर के घाटियों में युवा आतंकियों की फौज तैयार के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
पुलिस ने कहा, इस मसले पर को नहीं किया जा सकता नजरअंदाज
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जैश आतंकवादियों के बीच संपूर्ण संचार भारत को आतंकित करने के लिए लक्षित एक 'मनोवैज्ञानिक ऑपरेशन' प्रतीत होता है। लेकिन हम इसे बिल्कुल भी अनदेखा नहीं कर सकते हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हम हाई अलर्ट पर हैं और अन्य माध्यमों से भी खतरों को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। वीडियो में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने पाक सेना अस्पताल से पुलवामा हमले के लिए निर्देश दिया था।
14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान हुए थे शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में अब तक 40 जवानों शहीद हुए हैं। जिनमें से 38 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है और 42 जवानों के नाम सामने आए हैं। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया। ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है । कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है।
जवाबी कार्रवाई ने भारतीय सेना ने ढेर किए जैश के आतंकी
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के पिंगलिना क्षेत्र में सेना के जवानों और आतंकियों के बीच 18 फरवरी को हुई मुठभेड़ में मेजर समेत पांच जवान शहीद हो गए। शहीदों में राजस्थान के रहने वाले एस। राम का नाम भी शामिल है। शहीद हुए एस. राम का पार्थिव शरीर देर 18 फरवरी की रात राजस्थान पहुंचा। 18 घंटे तक चली मुठभेड़ में सेना की राष्ट्रीय राइफल्स 55 और पैरा फोर्सेज की टीम ने तीन आतंकियों को मार गिराया है। जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के दो टॉप कमांडर भी शमिल हैं। इस मुठभेड़ में कश्मीर के दो आम नागरिक की भी मौत हो गई है।