नई दिल्ली, 1 सितंबर: प्रसिद्ध जैन मुनि तरुण सागर का 51 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनका निधन दिल्ली के शाहदरा के कृष्णा नगर में शनिवार की सुबह साढ़े तीन में हुआ है। जैन मुनि तरुण सागर पिछले कुछ दिनों से पीलिया की बीमारी से पीड़ित थे। दिल्ली के ही एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। बताया जा रहा है कि उन पर दवाओं का असर होना बंद हो गया था, जिसके बाद जैन मुनि ने इलाज कराने से मना कर दिया था।
आज दोपहर तीन बजे जैन मुनि तरुण सागर का अंतिम संस्कार दिल्ली मेरठ हाइवे स्थित तरुणसागरम तीर्थ पर होगा।उनकी अंतिम यात्रा दिल्ली के राधेपुर से शुरू होकर 28 किमी दूर तरुणसागरम पर पहुंचेगी। जैन मुनि का जन्म साल 1967 में 26 जून को मध्य प्रदेश के दमोह में हुआ था। साल 1981 में उन्होंने ने अपना घर छोड़ दिया था और छत्तीसगढ़ के में जाकर दीक्षा ले ली।
इससे पहले शुक्रवार को गुरू पुष्पदंत सागर ने एक वीडियो जारी कर बताया कि तरूण सागर की हालत गंभीर है। साथ ही उन्होने महाराज का समाधि महोत्सव मनाने की अपील की है। खराब तबीयत के चलते वे 15 अगस्त से भक्तों से भी नहीं मिल रहे थे।
गौरतलब है कि जैन मुनि अपने विवांदित बयानों की वजह से हमेशा ही सुर्खियों में रहते थे। उन्होंने तीन तलाक, आरक्षण से लेकर कई मुद्दों पर विवादित बयान दिया था। साल 2016 में जैन मुनि ने हरियाणा विधानसभा में विधायकों को संबोधित किया था। इस दौरान वो बिना कपड़े पहुंचे थे, जिसकी वजह से उन्हें सोशल मीडिया पर काफी क्रिटिसाइज किया गया था।