"शर्म की बात है एलजीबीटीक्यू समुदाय....ये हैं सबसे खराब किस्म के लोग", IUML नेता केएम शाजी के विवादित बयान से मचा हंगामा, राज्य सरकार पर भी साधा निशाना
By आजाद खान | Published: January 15, 2023 11:12 AM2023-01-15T11:12:49+5:302023-01-15T11:38:51+5:30
आईयूएमएल नेता केएम शाजी ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधा है और कहा है, "यह खतरनाक है कि लोग सिर्फ यह तय कर सकते हैं कि उनका लिंग क्या होना चाहिए। केरल सरकार आस्था में हस्तक्षेप क्यों कर रही है?"
तिरुवनन्तपुरम: इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के नेता केएम शाजी ने एलजीबीटीक्यू समुदाय को लेकर एक बयान दिया है और कहा है ये समुदाय एक 'शर्म की बात' है और ये लोग 'सबसे खराब किस्म के लोग' है। यही नहीं नेता ने ऐसे लोग और इस समुदाय का समर्थन नहीं करने की भी बात कही है।
अपने बयान में आईयूएमएल के नेता केएम शाजी ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधा है और कहा है कि सरकार समाज में 'लिंग भ्रम' पैदा करके धार्मिक समुदायों के 'विश्वासों और संस्कृति' को नष्ट करने की कोशिश कर रही है।
आईयूएमएल के नेता केएम शाजी ने क्या कहा
शनिवार को आईयूएमएल नेता केएम शाजी कन्नुर में एक समारोह को संबोधित कर रहे थे जो दिवंगत आईयूएमएल नेता ई अहमद की याद, इस दौरान उन्होंने यह बयान दिया है। इस समारोह में बोलते हुए उन्होंने कहा, "एलजीबीटीक्यू शब्द सुनने में कुछ महत्वपूर्ण लगता है, लेकिन ये स्थानीय स्तर पर घटिया गतिविधियां हैं। वे सबसे खराब इंसान हैं। वे इसे रंगीन के रूप में पेश कर रहे हैं, लेकिन यह शब्द ही खतरनाक है, यह समाज में अराजकता पैदा करता है। बड़े होने के बाद अपने लिंग का फैसला करना मूर्खतापूर्ण है।"
नेता केएम शाजी ने आगे कहा, "नर और मादा प्रकृति की सुंदरता हैं। रंगों की इस विविधता के आकर्षण के कारण भारत दुनिया में सबसे अलग है। यह अंतर सुंदरता है। पुरुष दुनिया में एकमात्र व्यक्ति नहीं है जिसके पास लिंग है। नर और मादा पौधे हैं। केरल की सरकार व्यवस्थित रूप से एक समुदाय के धार्मिक जीवन और संस्कृति को नष्ट करने की कोशिश कर रही है।"
नेता केएम शाजी ने राज्य सरकार पर भी साधा निशाना
एलजीबीटीक्यू समुदाय को लेकर आईयूएमएल नेता केएम शाजी ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार लोगों में 'लिंग भ्रम' पैदा कर धार्मिक समुदायों के 'विश्वासों और संस्कृति' को नष्ट करने की कोशिश कर रही है।
इस पर बोलते हुए केएम शाजी ने कहा है कि "यह खतरनाक है कि लोग सिर्फ यह तय कर सकते हैं कि उनका लिंग क्या होना चाहिए। केरल सरकार आस्था में हस्तक्षेप क्यों कर रही है? यह आस्था का मामला भी है। दुनिया का कोई भी विश्वासी इसे स्वीकार नहीं करेगा। जब आप एलजीबीटीक्यू सुनते हैं, तो यह कुछ गंभीर लगता है, लेकिन ऐसा नहीं है। जो लोग इसका पालन करते हैं, वे सबसे बुरे किस्म के लोग हैं, यह शब्द भी खतरनाक है। परामर्श सहित इस हार्मोनल विकार को हल करने के कई तरीके हैं।"