नई दिल्ली: अगस्त महीने में लद्दाख का यात्रा पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दावा किया था कि चीन ने केंद्र शासित प्रदेश के बड़े हिस्से पर कब्जा कर रखा है और सरकार पूरा सच नहीं बता रही है। राहुल ने कहा था कि दुख की बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि चीन ने एक इंच भी जमीन नहीं छिनी। प्रधानमंत्री की ये बात बिल्कुल झूठ है। लद्दाख का हर व्यक्ति इस बात को जानता है कि लद्दाख जमीन की चीन ने ली है।
राहुल के इस बयान के बाद काफी सियासी बयानबाजी भी हुई थी। लेकिन अब लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर बी.डी. मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने स्थिति साफ की है। एलजी ने कहा कि मैं किसी के बयान पर टिप्पणी नहीं करूंगा लेकिन जो तथ्य है वही कहूंगा क्योंकि मैंने खुद देखा है। उन्होंने कहा कि एक भी वर्ग इंच जमीन नहीं है जिस पर चीनियों ने कब्जा कर लिया है। तथ्य यह है कि हमारे सशस्त्र बल किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं और भगवान न करे कि अगर किसी दिन स्थिति खराब हुई तो दुश्मन को करारा जवाब मिलेगा।
बता दें कि साल 2020 में हुए गलवान झड़प के बाद से ही चीन से लगी पूरी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तनाव है। भारतीय सेना लद्दाख के जिन इलाकों तक पहले पेट्रोलिंग करने जाती थी वो अब बफर जोन हैं। लद्दाख में पैंगोंग इलाके में फिगर 8 तक पहले भारतीय सेना की पेट्रोलिंग होती थी। गलवान झड़प के बाद से फिंगर 4 से फिंगर 8 के बीच की इलाका बफर जोन है। यहां तक कि फिंगर 8 के पास चीन ने स्थाई ढांचा भी बना लिया है।
कांग्रेस के अलावा कई अन्य विपक्षी दल भी केंद्र सरकार पर चीनी गतिविधियों को लेकर नाराजगी जता चुके हैं। न सिर्फ लद्दाख क्षेत्र में बल्कि अरुणाचल में भी भारतीय जमीन पर चीनी कब्जे के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि भारत सरकार ने हर बार ऐसी खबरों को निराधार बताया है और कहा है कि देश की एक इंच जमीन पर भी किसी दूसरे का कब्जा नहीं है।