IRCTC-Indian Railway: भारतीय रेलवे ने उत्तर भारतीय लोगों की खुशखबरी दी है। ठंड और कोहरे के कारण 1 दिसंबर से 28 फरवरी तक निरस्त 30 ट्रेनें जल्द ही पटरी पर दौड़ेंगी। जी हां यदि आप होली में घर जाना चाहते हैं तो अलर्ट हो जाइये।
रेलवे ने तेजस, गोमती सहित कई ट्रेन को फिर से दौड़ाने का ऐलान किया है। कई ट्रेनों में चार माह पहले एडवांस आरक्षण खुलने के बाद वेटिंग शुरू हो गई थी। तेजस, गोमती सहित 30 ट्रेनों का विकल्प होने से यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। 30 ट्रेनें एक मार्च से पटरी पर दौड़ेंगी।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए होली के अवसर पर कई ट्रेनों में अतिरिक्त डिब्बे लगाने का फैसला लिया है। इन 30 ट्रेन के शुरू होने से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, बंगाल यात्रियों के लिए सफर करना आसान होगा।
बिहार, पूर्वांचल, उत्तराखंड, लखनऊ रूट से चलने वाली महानंदा एक्सप्रेस, आनंद विहार-गोरखपुर वीकली एक्सप्रेस चलाने का ऐलान किया। दिल्ली-अंबाला पैसेंजर, आनंद विहार-सीतामढ़ी लिच्छवी, अमृतसर-जयनगर, देहरादून उज्जैन एक्सप्रेस सहित कई ट्रेन शामिल हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे ने कबाड़ बेचकर कमाए 205 करोड़ रुपये
उत्तर पश्चिम रेलवे ने मौजूदा वित्त वर्ष में कबाड़ बेचकर 205 करोड़ रुपये से अधिक की आय अब तक अर्जित की है। उत्तर पश्चिम रेलवे के एक प्रवक्ता के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे ने वित्त वर्ष 2021-22 में अनुपयोगी तथा व्यर्थ पड़े कबाड़ (स्क्रैप) को बेचकर 205.34 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने गत वर्ष जनवरी माह तक स्क्रैप निस्तारण से 202 करोड रुपये की रिकार्ड आय अर्जित की थी। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार रेलवे द्वारा अनुपयोगी तथा व्यर्थ पड़े कबाड़ (स्क्रैप) के निस्तारण करने के लिये अनेक कार्य किये जा रहे हैं।
भंडार विभाग द्वारा फील्ड इकाइयों से पुराने कबाड़ को हटाने तथा बेचने के लिए अभियान के तहत कार्य किया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे को इस वर्ष कबाड़ निस्तारण से 230 करोड़ रुपये की आय अर्जित करने का लक्ष्य दिया गया है।