लखीमपुर के आरोपियों को समन के बजाय सम्मानपूर्वक फूलों का गुलदस्ता दे रही सरकार :अखिलेश
By भाषा | Published: October 9, 2021 03:28 PM2021-10-09T15:28:49+5:302021-10-09T15:28:49+5:30
लखनऊ, नौ अक्टूबर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार लखीमपुर हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा 'मोनू' को समन भेजने के बजाय 'फूलों का गुलदस्ता' दे रही है।’’
अखिलेश की यह टिप्पणी अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के शनिवार को लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) के सामने पेश होने के कुछ घंटों बाद आई है। आशीष मिश्रा को शुक्रवार को पुलिस के सामने पेश होना था, लेकिन वह हाजिर नहीं हुयें। इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने दूसरा नोटिस जारी कर उन्हें शनिवार पूर्वाह्न 11 बजे तक पेश होने को कहा।
अखिलेश यादव ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा, " जिस तरह से पहले किसानों को कुचला गया, अब कानून को कुचलने की तैयारी चल रही है। आपने देखा होगा कि कैसे एक वाहन ने किसानों को कुचल दिया, जो अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे थे। दोषी व्यक्ति अभी तक पकड़े नहीं गए हैं। उन्हें समन देने के बजाय, फूलों का गुलदस्ता दिया जा रहा है। समन केवल नाम में है, वास्तव में 'सम्मान' दिया जाता है।"
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि एलआईयू (स्थानीय खुफिया इकाई) और प्रशासन सहित अधिकारियों को घटना के बारे में पता होना चाहिए, लेकिन इसके बावजूद किसानों की मृत्यु हो गई।
उत्तर प्रदेश सरकार पर घटना में शामिल दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा 'टेनी' को इस्तीफा देना चाहिए।
केंद्रीय राज्यमंत्री पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, "राज्यमंत्री ने कहा था कि वह एक सांसद, विधायक थे, लेकिन वह कुछ और भी थे, और वह किसानों को धमका रहे थे। सरकार का दावा है कि यह एक 'दमदार' सरकार है। क्या सरकार सिर्फ ताकतवरों के लिए है, किसानों के लिए नहीं। आने वाले समय में भाजपा का सफाया हो जाएगा।"
उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति के परिवार के लोग न्याय चाहते हैं, और दोषियों को सजा दी जानी चाहिए। सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘देश का कानून जीप के टायरों के नीचे कुचला जा रहा है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा महंगाई के मुद्दे को जानती है, इसलिए उसपर चर्चा नहीं करना चाहती है।
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