'हैप्पी लैंडिंग, हैप्पी हंटिंग,' अंबाला में लैंडिंग से पहले राफेल का समुद्र में तैनान INS कोलकाता ने कुछ ऐसे किया स्वागत
By विनीत कुमार | Updated: July 29, 2020 14:15 IST2020-07-29T14:14:39+5:302020-07-29T14:15:46+5:30
फ्रांस से आ रहे पांच राफेल लड़ाकू विमानों के भारतीय वायुसीमा में प्रवेश करते ही समुद्र में तैनान आईएनएस कोलकाता ने स्वागत किया। राफेल विमानों ने सोमवार को फ्रांस से उड़ान भरी थी।

राफेल का जब भारतीय नौसेना ने किया स्वागत (फाइल फोटो)
भारतीय वायुसेना के लिए आज का दिन खास है। फ्रांस से आए पांच राफेल विमान आज भारतीय वायुसाना का हिस्सा बन जाएंगे। फ्रांस से सोमवार को निकले पांच राफेल विमानों ने आज यूएई से भारत के लिए दोबारा उड़ान भरी। हालांकि, दिलचस्प नजारा उस समय नजर आया जब राफेल विमान भारतीय वायुसीमा में प्रवेश हुए।
राफेल विमान जैसे ही पश्चिमी अरब सागर के ऊपर से निकले तो यहां तैनात भारतीय नौसेना के वॉरशिप आईएनएस कोलकाता ने इसका अलग अंदाज में स्वागत किया। आईएनएस कोलकाता डेल्टा 63 की ओर से कहा गया, 'ऐरो लीडर (राफेल) हिंद महासागर में आपका स्वागत है।'
इस पर राफेल की ओर से भी जवाब दिया गया, 'बहुत शुक्रिया।' इसके बाद आईएनएस कोलकाता ने कहा- आप आकाश की उंचाईयों को नापे, हैप्पी लैंडिंग। इसके तत्काल बाद राफेल की ओर से भी जवाब दिया गया- हैप्पी हंटिंग ओवर एंड आउट।'
INS Kolkata Delta63: Arrow leader (flying #Rafale),welcome to Indian Ocean
— ANI (@ANI) July 29, 2020
Rafale leader: Many thanks. Most reassuring to have an Indian warship guarding seas
INS Kolkata: May you touch the sky with glory. Happy landings
Rafale leader: Wish you fair winds. Happy hunting. Over&out https://t.co/WlEyiZTtg5
गौरतलब है कि पांच राफेल विमानों का पहली खेप सोमवार को फ्रांसीसी बंदरगाह शहर बोरदु में मेरिग्नैक एयरबेस से रवाना हुई। ये विमान लगभग 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद बुधवार दोपहर को अंबाला पहुंचेंगे। इन विमानों में तीन एक सीट वाले और दो विमान दो सीट वाले हैं।
#WATCH: Five #Rafale jets in the Indian airspace, flanked by two Su-30MKIs (Source: Raksha Mantri's Office) pic.twitter.com/hCoybNQQOv
— ANI (@ANI) July 29, 2020
फ्रांस से अंबाला तक अपनी लंबी उड़ान के बीच ये पांचों विमान करीब सात घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद संयुक्त अरब अमीरात में अल दफरा एयरबेस पर उतरे थे। पहला राफेल जेट पिछले साल अक्टूबर में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फ्रांस यात्रा के दौरान भारतीय वायुसेना को सौंपा गया था।
इन विमानों के आने से भारतीय वायुसेना की युद्धक क्षमता में महत्वपूर्ण रूप से बढ़ोतरी होने की संभावना है। भारत ने 23 सितंबर 2016 को फ्रांसीसी एरोस्पेस कंपनी दसॉल्ट एविएशन से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 59,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था।
इन विमानों को बुधवार दोपहर में भारतीय वायुसेना में स्क्वाड्रन नम्बर 17 में शामिल किया जाएगा, जिसे 'गोल्डन एरोज' के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि, इन विमानों को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल करने के लिए मध्य अगस्त के आसपास समारोह आयोजित किया जा सकता है।