इंद्र लाल रॉय जयंतीः भारत के पहले एयरक्राफ्ट पायलट, 170 घंटे में दुश्मन के 10 लड़ाकू विमानों को किया था तबाह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 2, 2018 07:59 AM2018-12-02T07:59:05+5:302018-12-02T07:59:05+5:30
Indra Lal Roy birth Anniversary: इंद्र लाल रॉय के 100वें जन्मदिन पर भारत सरकार ने सम्मान में एक स्टाम्प जारी किया। रॉय के भतीजे सुब्रतो मुखर्जी भारत के पहले चीफ ऑफ एयर स्टॉफ बने।
भारत के पहले फाइटर पॉयलट थे इंद्र लाल 'लैडी' रॉय का रविवार को जयंती है। उनका जन्म 2 दिसंबर 1898 को हुआ था। बंगाल के इस बहादुर योद्धा की कहानी कम ही लोग जानते हैं।
दरअसल, प्रथम विश्वयुद्ध में करीब 15 लाख भारतीय अलग-अलग मोर्चों पर युद्धरत थे। लेकिन उनमें से सिर्फ मुट्ठी भर लोगों को वायुसेना में जाने का मौका मिला। उनमें इंद्र लाल 'लैडी' रॉय को खास अवसर मिला था। उन्हें एयरक्राफ्ट उड़ाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। यह भारतीय इतिहास में पहला अवसर सथा जब किसी भारतीय के हाथ में युद्ध के दौरान एयरक्राफ्ट पकड़ा दिया गया था।
लेकिन इस भारतीय जांबाज ने एयरक्राफ्ट के साथ ऐसे युद्ध किया कि दुनिया ने इस फाइटर पायलट का लोहा माना। 2 दिसंबर को उनकी जयंती पर हम लेकर आए हैं रॉय की जिंदगी से जुड़ी कुछ रोचक बातें...
- रॉय का जन्म 120 साल पहले 1898 में हुआ था। उन्हें लैडी के नाम से भी पुकारा जाता था।
- अप्रैल 1917 में रॉय ब्रिटिश आर्मी के रॉयल फ्लाइंग कॉर्प्स में शामिल हुए उसके बाद रॉयल एयरफोर्स में। अप्रैल 1917 में उन्हें सेकेंड लेफ्टिनेंट बनाया गया। उन्होंने प्रथम विश्वयुद्ध में ब्रिटिश आर्मी की तरफ से अप्रतिम शौर्य दिखाया।
- रॉय ने महज 170 घंटे में 10 लड़ाकू विमानों को मार गिराया।
- 22 जुलाई 1918 को इंद्र लाल रॉय फोक्कर डी. VII के खिलाफ लड़ते हुए शहीद हो गए।
- मरणोपरांत उन्हें ब्रिटेन के तीसरे सर्वोच्च गैलेंटरी अवार्ड से सम्मानित किया गया।
- इंद्र लाल रॉय के 100वें जन्मदिन पर भारत सरकार ने सम्मान में एक स्टाम्प जारी किया। रॉय के भतीजे सुब्रतो मुखर्जी भारत के पहले चीफ ऑफ एयर स्टॉफ बने।