Indore: सलाम बिटिया रानी!, गंभीर बीमारी से जूझ रहे पिता को 17 वर्षीय बेटी ने लीवर किया दान, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने दी मंजूरी

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 27, 2024 21:16 IST2024-06-27T21:15:45+5:302024-06-27T21:16:36+5:30

Indore: उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विशाल मिश्रा के सामने याचिका पर सुनवाई के दौरान शासकीय वकील ने अदालत को बताया कि राज्य सरकार की ओर से गठित चिकित्सकीय बोर्ड ने नाबालिग लड़की की स्वास्थ्य जांच के बाद पाया है कि वह अपने बीमार पिता को लीवर का हिस्सा दान कर सकती है।

Indore Salaam Bitiya Rani 17 year old daughter donated liver her father suffering serious illness Madhya Pradesh High Court approved | Indore: सलाम बिटिया रानी!, गंभीर बीमारी से जूझ रहे पिता को 17 वर्षीय बेटी ने लीवर किया दान, मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने दी मंजूरी

सांकेतिक फोटो

Highlights17 वर्षीय बेटी अपने लीवर का हिस्सा दान करने को तैयार है।अदालत ने चिकित्सकीय बोर्ड की इस रिपोर्ट के मद्देनजर बाथम की याचिका मंजूर कर ली। लीवर का हिस्सा दान करने की इच्छा जताने वाली बेटी उनकी सबसे बड़ी संतान है।

इंदौरः मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर पीठ ने लीवर (यकृत) की गंभीर बीमारी से जूझ रहे एक किसान को बृहस्पतिवार को इस बात की मंजूरी दी कि वह प्रतिरोपण सर्जरी के लिए अपनी 17 वर्षीय बेटी से इस अंग का हिस्सा दान में ले सकता है। इंदौर के ग्रामीण क्षेत्र में खेती-किसानी करने वाले शिवनारायण बाथम (42) ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर करके गुहार लगाई थी कि उनकी 17 वर्षीय बेटी उन्हें अपने लीवर का हिस्सा दान करने को तैयार है और उन्हें प्रतिरोपण की अनुमति दी जाए। उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति विशाल मिश्रा के सामने याचिका पर सुनवाई के दौरान शासकीय वकील ने अदालत को बताया कि राज्य सरकार की ओर से गठित चिकित्सकीय बोर्ड ने नाबालिग लड़की की स्वास्थ्य जांच के बाद पाया है कि वह अपने बीमार पिता को लीवर का हिस्सा दान कर सकती है।

अदालत ने चिकित्सकीय बोर्ड की इस रिपोर्ट के मद्देनजर बाथम की याचिका मंजूर कर ली। एकल पीठ ने यह ताकीद भी की कि लीवर प्रतिरोपण की प्रक्रिया तमाम एहतियात बरतते हुए जल्द से जल्द पूरी की जाए। बाथम के वकील निलेश मनोरे ने बताया कि पिछले छह साल से लीवर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे उनके मुवक्किल शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं।

मनोरे ने बताया कि उनके मुवक्किल की पांच बेटियां हैं और उन्हें अपने लीवर का हिस्सा दान करने की इच्छा जताने वाली बेटी उनकी सबसे बड़ी संतान है। उन्होंने बताया कि प्रीति 31 जुलाई को 18 साल की हो जाएगी। मनोरे ने बताया,‘‘बाथम के पिता 80 साल के हैं, जबकि उनकी पत्नी मधुमेह की मरीज हैं। इसलिए उनकी बेटी उन्हें लीवर का हिस्सा दान करने के लिए आगे आई ताकि वह अपने बीमार पिता की जान बचा सके।’’ बाथम ने कहा,"मुझे अपनी बेटी पर गर्व है"।

Web Title: Indore Salaam Bitiya Rani 17 year old daughter donated liver her father suffering serious illness Madhya Pradesh High Court approved

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