भारतीय नौसेना में शामिल हुआ स्वदेशी INS इम्फाल, ब्रह्मोस मिसाइल से लैस, स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक, जानिए इसकी खासियत
By रुस्तम राणा | Published: December 26, 2023 03:31 PM2023-12-26T15:31:32+5:302023-12-26T15:32:54+5:30
आईएनएस इम्फाल पहला युद्धपोत है जिसने भारतीय नौसेना में कमीशनिंग और शामिल होने से पहले ही सतह से सतह तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
मुंबई: नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई में युद्धपोत के कमीशनिंग के बाद एक प्रभावशाली समारोह में स्वदेशी स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस इम्फाल को भारतीय नौसेना में शामिल किया गया। आईएनएस इम्फाल पहला युद्धपोत है जिसने भारतीय नौसेना में कमीशनिंग और शामिल होने से पहले ही सतह से सतह तक मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
लगातार तीन वर्षों में तीन प्रोजेक्ट, भारतीय नौसेना ने बनाई हैट्रिक
भारतीय नौसेना ने लगातार तीन वर्षों में तीन प्रोजेक्ट 15बी विध्वंसक की डिलीवरी के साथ एक हैट्रिक बनाई है, यहां तक कि कोविड महामारी लॉकडाउन के दौरान भी 2021 में आईएनएस विशाखापत्तनम, 2022 में आईएनएस मोर्मुगाओ और 2023 में आईएनएस इम्फाल को कमीशन किया गया, जबकि चौथा और अंतिम सूरत 2024 की शुरूआत में नौसेना के बेड़े में शामिल हो जाएगा।
समंदर में भारत की बढ़ती ताकत
वाणिज्यिक जहाजों पर ड्रोन हमलों से उत्पन्न खतरों के बारे में विस्तार से बताते हुए, भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, “जैसा कि हम बात कर रहे हैं, हमारे पास व्यापारी जहाजों पर समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों का मुकाबला करने के लिए प्रोजेक्ट 15 बी और 15 ए श्रेणी के 4 विध्वंसक तैनात हैं। साथ ही P8I विमान, डोर्नियर्स, सी गार्डियन, हेलीकॉप्टर और तटरक्षक जहाज सभी इन खतरों का मुकाबला करने के लिए संयुक्त रूप से तैनात किए गए हैं।''
VIDEO | "The commissioning of INS Imphal is an example of India becoming 'Atmanirbhar' in the defence sector. I am confident that commissioning of INS Imphal will strengthen India's naval powers," says Defence Minister @rajnathsingh, speaking at the commissioning ceremony of 'INS… pic.twitter.com/b8cjR71GxP
— Press Trust of India (@PTI_News) December 26, 2023
आईएनएस इंफाल को नौसेना बेड़े में शामिल करने का क्या मतलब है?
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार के अनुसार, आईएनएस इम्फाल को नौसैनिक बेड़े में शामिल करने से न केवल समुद्र में या उससे उत्पन्न होने वाले भौतिक खतरों से निपटा जा सकेगा, बल्कि इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि एकीकृत भारत की प्रदर्शित ताकत के माध्यम से, वह दुश्मन देशों के उन नापाक मंसूबों को ध्वस्त कर सकेगी, जो हमारी राष्ट्रीय एकता को नष्ट करने की कोशिश में लगे हैं।
'युद्धपोत इंफाल नौसेना में रखता है विशेष स्थान'
एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा, “इसका उद्देश्य ऐसे राष्ट्रवादी कार्यबल को पूरे देश में फैलाना है। इसी संदर्भ में, युद्धपोत इम्फाल, मणिपुर राज्य, उत्तर पूर्व और साथ ही भारत के लिए नौसेना में एक विशेष स्थान रखता है। जैसा कि जहाज के शिखर पर प्रतिबिंबित होता है, ड्रैगन के सिर और शेर के शरीर के साथ कांगला-सा की भावना के अनुरूप है।”